Home उत्तर प्रदेश यात्रा का उद्देश्य सनातनियों को एक सूत्र में पिरोना है : हरिप्रिया

यात्रा का उद्देश्य सनातनियों को एक सूत्र में पिरोना है : हरिप्रिया

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झांसी। सनातन संस्कृतिक संघ द्वारा आयोजित “सनातन एकता यात्रा“ चौथे दिन झांसी पहुंची, यात्रा ललितपुर से शुरु होकर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर, महोबा, मऊरानीपुर होते हुए झांसी पहुंची। आध्यात्मिक यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। यात्रा में विभिन्न साधू संतों और धर्मगुरुओं ने श्रद्धालुओं को प्रेरित किया। आज यात्रा झांसी पहुंची जहां कार्यक्रम के बारे में बताते हुए सनातन संस्कृतिक संघ की अध्यक्ष श्रीमती हरिप्रिया भार्गव ने पत्रकार वार्ता का आयोजन करके बताया कि “हमारा धर्म हमें न केवल मानवता की सेवा सिखाता है, बल्कि आत्मिक शांति और सामाजिक एकता का मार्ग भी दिखाता है। आइए, हम सभी मिलकर सनातन धर्म की इस परंपरा को आगे बढ़ाएँ।“ उन्होने कहा कि यात्रा का प्रमुख उद्देश्य सनातनियों को एकता के सूत्र में पिरोने का है। उन्होने बताया कि जब भी सनातनी बटे हैं उनका नुकसान हुआ है। उन्होने बताया कि यात्रा के माध्यम से वह चार वर्ग जिसमे वैदिक धर्म, जैन धर्म, सिक्ख व बौध धर्म को सनातन एकता में जोड़ने का प्रयास लेकर निकली हैं। उन्होने बंगलादेश में हो रहे हिंदूओं पर अत्याचार को लेकर कहा कि यह बंद होना चिहए, अगर आज हम एकत्र नहीं हुए तो कट्टरपंथी लोग पुनः हमारी संस्कृति व हमारे धर्म के लोगों पर प्रहार करेगें। उन्होने कहा सनातन एकता यात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सामाजिक सुधार और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक भी बन चुकी है। “वसुधैव कुटुंबकम“ के सिद्धांत को बढ़ावा देते हुए, यह यात्रा सनातन धर्म की व्यापकता और मानवता के प्रति इसके योगदान को हर क्षेत्र में ले जाने का प्रयास कर रही है।आज यह यात्रा झांसी कु मुक्ता काशी मंच पर पहुंची है जहां साधू संतो ने अपनी सहभागिता दर्ज कराते हुए हर सनातनी से इस मुहिम को सफल बनाने की अपील की है।कार्यक्रम में संस्कृतिक संघ की अध्यक्ष श्रीमती हरिप्रिया भार्गव, कमल सहगल, राष्टीय संयोजक राजेन्द्र कुशवाहा व मनोज जैन आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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