झांसी। मंगलवार को सनातन हिन्दू उत्सव महासमिति के अध्यक्ष अंचल अड़जरिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री उ0प्र0 सरकार, लखनऊ को सम्बोधित आगामी दुर्गा उत्सव से संबधित समस्याओं के समाधान हेतु एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया । उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से 24 सूत्रीय मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है।
1. सिंधी तिराहे से कंधे पर कुल 22 प्रतिमायें व मानिक चैक, बड़ा बाजार होकर अधिकतम 90 प्रतिमायें विसर्जन के लिए जाती है। यह आयोजन अधिकतम 3 बजे शुरू होकर 6 बजे तक समाप्त हो जाता है। अन्य स्थानों पर जिले भर में करीब 700 प्रतिमायें इस वर्ष बैठेंगी। अतः सिर्फ एक जगह ध्यान न देकर सम्पूर्ण जिले में व्यवस्था हो व दुर्गा उत्सव अच्छी तरह से हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाये ।
2. मानिक चैक से लक्ष्मीताल जाने वाले प्रतिमायें बैण्ड के साथ, ढोल के साथ व ट्रेक्टर ट्राली, और लोडिंग आॅटो से जाने वाली प्रतिमायें अधिकतम 4 साउण्ड बाॅक्स लगाकर जाती है एवं ग्रामीण क्षेत्र व अन्य स्थलों की प्रतिमायें डी0जे0 के साथ जाती है। यह परम्परागत रूप से चला आ रहा है।
3. नवरात्र में अनेकों जगह गरबा व डाडिंया उत्सव का आयोजन होता है जिसमें आयोजनकर्ताओं से अनुमति देते समय यह सुनिश्चित किया जाये कि आधार कार्ड देखकर ही इन उत्सव में प्रवेश दें किसी भी विधर्मी का प्रवेश न हो क्योंकि दुर्गा जी को प्रसन्न करने का डाडिंया व गरबा उत्सव भक्ति प्राप्ति का एक माध्यम है। अतः ऐसे उत्सवों में फूहड़ गीत न बजाये जाये सिर्फ धार्मिक धुनों पर यह आयोजन हो।
4. खान-पान की वस्तुयें बेचने वालों पर कड़ी नजर रखी जाये जिससे अशुद्ध कर वस्तुओं की विक्री, खान-पान की चीजों की विक्री न हो सके क्योंकि अधिकतर लोगों के 9 दिन तक व्रत रहते है। खाद्य विभाग की टीमों को भेजकर ऐसे ठेलों की जो महावीर, कृष्णा आदि नामों से फल, जूस, कुल्फी, शेक इत्यादि बेचते है। व बिना आर0टी0ओं की परमीशन के गाड़ियों को माॅडीफाइड कराये है। इन पर सख्त कार्यवाही की जाये ।
5. समस्त प्रतिमाओं के समीप सुबह-शाम सफाई एवं चूने की व्यवस्था कराई जाये।
6. 22 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक बिजली की आपूर्ति आरती के समय 7 से 10 तक निर्वाध रूप से रहे । प्रयास रहे कि 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति होती रहे ।
7. झाॅसी जिले में विर्सजन के रास्ते में जो पेड़ो की डालियां लटक रही है उनका कटवाने की कृपा करें एवं मार्ग में पड़ने वाले पुराने टेलीफोन के खम्भों को हटवाने का कष्ट करें।
8. लक्ष्मी तालाब, आल्हा घाट, पहुंज डैम, लहचूरा डैम सहित जिले में अन्य जगह होने वाले विसर्जन स्थलों पर सरकारी गोताखोरों की व्यवस्था की जाये।
9. पचकुंईया पर नवरात्रि का मेला लगता है जहाॅ महिलायें सुबह 3 बजे से माता का जलाभिषेक करने आती है इसलिए पचकुंईया मन्दिर पर मेन रोड से मन्दिर तक बेरिकेटिंग लगाई जाये, पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ कराई जाये एवं मेेटल डिटेक्टर लगायें जाये। महालक्ष्मी मंदिर, काली जी का मंदिर लक्ष्मीगेट बाहर, लहर की देवी मंदिर लहरगिर्द, कैमासिन मंदिर यूनिवर्सटी, मैमासन मंदिर सदर बाजार सहित जिले के अन्य देवी पीठों पर पर्याप्त सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाये क्योंकि दर्शनार्थी सुबह 3 बजे से मंदिर पहुंचने लगते है।
10. जिन मार्गो से होकर प्रतिमाअेां का आना-जाना है उनके गढढे पक्के, सीमेन्ट से मूर्तियों को विराजमान होने से पूर्व पूरा करवाया जाये एवं तिपहिया, चार पहिया वाहनों का प्रवेश दिनांक 02.10.2025 को जिले में पड़ने वाले विसर्जन स्थलों पर प्रतिबंधित रखा जाये ।
11. विसर्जन स्थल पर पानी पीने के लिए अस्थाई नल लगवाये जाये।
12. विसर्जन स्थल पर चैपड़े पर लगी हुई एक तरफ की जालियां हटवाई जाये। जिससे 7-8 मूर्तियों का विसर्जन एक साथ हो सके ।
13. विसर्जन के पश्चात लौटते हुये भक्तों को देवी पटे सहित लक्ष्मी गेट से आकर सागर गेट से होकर जाने की व्यवस्था की जाये।
14. प्रेमनगर गरिया फाटक में भूरा तांगा वाले के सामने डस्ट डलवायी जाये।
15. सुबह 10 बजे से काली जी सदर बाजार की आती है व सदर की मूर्तियां बस स्टेण्ड कृषि मण्डी होकर लक्ष्मीताल जाती है। अतः सम्पूर्ण मार्ग पर साफ-सफाई सुरक्षा, मार्ग के गढढे भरने की व्यवस्था की जाये।
16. पहुंज नदी आल्हा घाट पर सीपरी प्रेमनगर की मूर्तियाॅ आती है। अतः वहाॅ पर सुरक्षा व सफाई की व्यवस्था की जाये।
17. नवरात्रि में बड़ाबाजार में लगने वाले ठेलो व कोतवाली सिंधी तिराहे, मानिक चैक आदि पर फुटपाथ का अतिक्रमण व टीन शेड आदि हटाये जाये।
18. नौ दिनों तक मुर्गा मछली मार्केट व अन्य मीट की दुकाने बन्द करवाई जाये।
19. जगह-जगह बिक रही अवैध शराब की विक्री रोकी जाये व शराब की दुकानों के खुलने का समय 10 दिन तक 11 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाये।
20. विसर्जन हेतु लक्ष्मी तालाब पर गणेश कुण्ड, पहुज स्थित आला घाट कुण्ड, गढमऊ झील, अंगूरी बैराज, रेलवे डैम, लहचूरा डैम, पारीछा डैम व अन्यत्र जहां पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होता है, पर पर्याप्त गोताखोर, पुलिस, रस्सियों आदि की व्यवस्था की जाये।
21. परम्परागत दुर्गा प्रतिमाओं को किसी भी प्रकार की अनुमति लेने की बाध्यता समाप्त की जाये क्योंकि भक्तों का आधा समय अनुमति लेने में ही निकल जाता है। इन्हें बैठने से रोकने का प्रयास कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा किया जा रहा है जो उचित नही है। परम्परागत दुर्गा प्रतिमायें जहां पर बैठती है, वहीं बैठेगी ।
22. अधिकतर दुर्गा प्रतिमायें स्थापित करने वाले भक्त बड़ी मुश्किल आपस में जोड़कर 15-20 हजार रूपया इकठ्ठा कर आयोजन को सम्पन्न करते है अतः उनके लिए सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगाना सम्भव नही है। समितियों को इसके लिए बाध्य न किया जाये । यदि फिर भी आप चाहते है कि कैमरे लगे तो प्रशासन की तरफ से या रूपये वाली महासमिति की ओर से कैमरे लगवा दिये जाये ।
23. पंचकुईया पर लगने वाले मेले में किसी भी खाद्य सामग्री बेचने वाला ठेला व विक्री के अन्य सामान में यह अवश्य सुनिश्चित किया जाये कि वह व्यक्ति शुद्धता से काम करें। अर्थात विधर्मियों की दुकाने न लगने दी जाये और इस मेले का संचालन नगर निगम अपने हाथ में लेकर करें।
24. झाॅसी के डी0जे0 मानक अनुसार ही बजेगें, यह निर्देशित किया गया है। बाहर के डी0जे0 आकर मानक को नही माना जाता है। बाहर से आने वाले डी0जे0 पर कार्यवाही की जाये ।
25. जहां भी कारीगरों द्वारा प्रतिमायें बनाई जा रही है वहां पर निरीक्षण कराया जाये व दुर्गा जी के स्वरूप को न बिगाड़ा जाये । पारम्परिक दर्शायें गये रूप में ही प्रतिमा निर्माण हो। समिति के कार्यकर्ता जगह-जगह घूमकर इस बात को चैक करेगें कि किसी भी मूर्ति का निर्माण संस्कृति के विरूद्ध न हो पाये ।
इस मौके कई लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


