झाँसी। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब जांच करने पहुंची तो उसे डेढ़ दर्जन से अधिक विक्षिप्त लोग मजदूरी करते मिले। इस मामले को लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। लोगों का आरोप है कि विक्षिप्त लोगों से बंधुआ मजदूरी कराई जा रही थी। मोठ तहसील से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जब गांव में दर्जनो की संख्या मे मानसिक विक्षिप्त लोग निकले तो वहाँ सनसनी फैल गई, इन्हें बंधुआ मजदूर कहें या फिर मानसिक विक्षिप्त, करीब डेढ़ दर्जन की संख्या में मिले ऐसे लोग आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे, इतनी संख्या में गांव के घरों में बंधुआ मजदूरों की तरह काम कर रहे मानसिक विक्षिप्त लोगों की संख्या सुनकर यह खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई है।पूरा मामला मोठ तहसील के पूँछ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम बड़ैरा का है, जहां ग्राम में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मानसिक विक्षिप्त लोग मिले हैं, जो कि गांव में बंधुआ मजदूरों की तरह काम कर रहे थे, जिसकी शिकायत गांव के ही धर्मदास पुत्र रामदास ने की थी, जिसका संज्ञान लेकर एक टीम का गठन किया गया, इस टीम में तहसील प्रशासनिक अधिकारी, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवम पुलिस मौजूद रही, इस गठित टीम द्वारा शिकायत के आधार पर मानसिक रूप से विक्षिप्त बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे लोगों की जांच कराई, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कैंप लगाकर मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों कि जांच की गई, हालांकि इस जांच में करीब डेढ़ दर्जन लोग मानसिक विक्षिप्त पाए गए हैं, जो गांव में बंधुआ मजदूरो की तरह काम कर रहे थे। हालांकि ज्यादातर बंधुआ मजदूर मानसिक विक्षिप्त नजर आए, लेकिन मामले में सवाल खड़े होना लाजिमी हो जाते है, कि गांव में करीब डेढ़ दर्जन की संख्या मे मिले मानसिक विक्षिप्त लोग जो की बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे थे। यह इतनी संख्या में कहां से आए और कैसे गांव तक पहुंचे, यह एक प्रशासन के लिए बड़ा सवाल है, हालांकि इस पूरे मामले पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी पल्लवी सिंह से बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया, हालांकि मामले में सवाल ऐ भी है कि श्रम प्रवर्तन अधिकारी आखिर वहां क्यों पहुंची, कहीं ना कहीं मानसिक विक्षिप्त लोग बंधुआ मजदूर की तरह गांव में काम कर रहे थे। जिसके घर कम कर रहे थे, उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई ऐसे ही तमाम सवाल जिम्मेदार अधिकारियों पर खड़े हो रहे हैं। फिलहाल पुलिस ओर प्रशासन की टीम मामले की जांच कर रही है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






