झांसी। बुंदेलखंड में कई साधु संत और मंदिर को सरकार का दर्जा देकर लोग मानते ओर पूजते है। लेकिन इन्ही में से कुछ ऐसे है जो बुंदेलखंड की भोली भाली जनता की धार्मिक भावनाओं से खेल रहे। उनमें एक ऐसे भी है, जिसे खुद अपनी मौत का नही पता वह दूसरों के भविष्य का क्या ज्ञाता बनेगा। लेकिन आज के अंध विश्वास से भरी दुनिया में किसी को कुछ समझ नही आता। लोग इस गलेमर की चकाचौंध दुनिया में खुद पर विश्वास छोड़ कर अंध भक्ति में लीन है। आज कल बुंदेलखंड में एक सरकार जिन्हे लोग भगवान का दर्जा देते है। बताया जाता है सरकार लाखों की भीड़ में अपने भक्त और परेशान व्यक्ति को आवाज लगाकर बुलाते है और बिना कोई पूछताछ के उसकी व परिवार की कुंडली बता देते है। यही नहीं इसके अलावा सरकार उसकी समस्या का समाधान के लिया उपाय भी बताए है। वह खुद अपनी सुरक्षा के लिए शास्त्र आवेदन मांग रहे। ऐसा नही यह सरकार अपने चमत्कार के वीडियो फोटो शोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार कर आम जन को दिखा कर उन्हे अपनी ओर अग्रसरित कर रहे है। शोशल मीडिया और उनके दरवारों में जो दिखता है उससे यही लगता है की सरकार भगवान का रूप है, जो दूसरों के जीवन से लेकर मरण तक की कहानी बता देते है। लेकिन अब बात की जाए वर्तमान की तो लोग जिस सरकार को भगवान मानते है, जिनके आगे अपने प्राणों को बचाने की भीख मांगते है, वह सरकार को खुद अपनी जान का खतरा हो रहा है। सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार जनपद झांसी में बैठे अफसरों के समक्ष आवेदन पत्र देते हुए बताया की उन्हे अपनी जान का खतरा सता रहा है, कृपया उन्हे पिस्टल रखने का लाइसेंस देने की अनुमति प्रदान करे। सरकार के इस आवेदन ने यह साबित कर दिया की उनका दरबार और भविष्यवाणी सब अंध विश्वास है। जो खुद जिले के अफसरों के समक्ष अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रही है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






