झांसी। आज अध्यक्ष, जिला पंचायत/जिला एकीकरण समिति पवन गौतम की अध्यक्षता में ‘‘राष्ट्रीय एकीकरण समिति’’ के तत्वाधान में भारतरत्न लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 149वीं जयंती के अवसर पर उनके जीवन पर आधारित विचार गोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष, अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष द्वारा सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के चित्र पर एकीकरण समिति के सदस्यों एवं अन्य गणमान्य महानुभावों के साथ माल्यार्पण किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम ने गोष्ठी में लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि देश को एक सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के अतुलनीय कार्य हम सबके लिये अनुकरणीय हैं, जिस कारण आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। उन्होने बताया कि आज सम्पूर्ण भारत में सरदार पटेल की 149वीं जयंती मनायी जा रही है। दीपावली पर्व की व्यस्तता के बावजूद इस कार्यक्रम में जिला एकीकरण समिति के सदस्यगणों एवं अन्य महानुभावों की सहभागिता हमारी संवेदनशीलता का प्रतीक है। हम सभी को राष्ट्र की एकता एवं अखण्डता को बनाये रखने के लिये प्रधानमत्री एवं मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों का पूर्ण रुप से अनुपालन करना चाहिए। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि स्वतन्त्र भारत के महान दूरदर्शी, राजनेता एवं प्रशासक होने के साथ-साथ सरदार बल्लभ भाई पटेल जी प्रतिष्ठित वकील एवं बैरिस्टर भी थे। सरदार पटेल जी उन महान नेताओं और स्वतन्त्रता सेनानियों में से एक है जिनके न सिर्फ आजादी से पहले अपितु आजादी के बाद भी योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। आजादी मिलने के बाद सरदार पटेल जी ने पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उन्हें भारत का लौहपुरुष तथा भारत के बिस्मार्क की संज्ञा भी दी जाती है। सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाया जाता है, वह एक मजबूत, अडिग और दृढ़ संकल्पित व्यक्तित्व के धनी थे। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये उपाध्यक्ष अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान हरगोविन्द कुशवाहा ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल जी ने तत्कालीन समय में 567 रियासतों के विलीनीकरण का कार्य किया, सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के बारे में हमारे द्वारा जितना भी अध्ययन किया जाये, वह कम है। हम सरदार बल्लभ भाई पटेल को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये ईश्वर से यह प्रार्थना करते है कि हम सभी सदैव एकता के सूत्र में बंधे रहे। उन्होने झांसी वासियों से अपील करते हुये कहा कि हम सभी को बलिदानियों एवं क्रान्तिकारियों का सदैव सम्मान करना चाहिए। गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार मोहन नेपाली ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल अखण्ड भारत की एकता के शिल्पी थे। सरदार पटेल जी ने कभी अपने निजी कार्यों की पूर्ति हेतु सत्ता का सहयोग नहीं लिया। उन्होंने बिना किसी रक्त क्रांति एवं हिंसा के 567 देसी रियासतों को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। सरदार पटेल शांति, समर्पण एवं सद्भावना के प्रतीक माने जाते हैं। दृढ़ संकल्पी होने के कारण उन्हें लौहपुरुष के नाम से भी जाना जाता है। इस अवसर पर सुदर्शन शिवहरे ने अपने विचार प्रकट करते हुये कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने अपनी ओज एवं तेज से ऐसा मार्ग बनाया है, जिसका हम सभी के द्वारा अनुसरण किया जाता है। उन्होने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के नाम स्वतन्त्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री होने का गौरव प्राप्त है। जिला एकीकरण समिति के तत्वाधान में आज हम सभी को यह महत्वपूर्ण दिवस मनाने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसके लिये हमें अत्यधिक गौरव की अनुभूति हो रही है। गोष्ठी के दौरान अध्यक्ष द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं महानुभावों को सामूहिक रुप से राष्ट्रीय एवं अखण्डता की शपथ दिलाई। गोष्ठी में कु0 प्रगति शर्मा ने लौहपुरुष के जीवन पर काव्य पाठ किया। एकीकरण समिति के सदस्यों के द्वारा भी सरदार बल्लभ भाई पटेल के सराहनीय कार्यों पर अपने-अपने विचार प्रकट किये गये। गोष्ठी का संचालन राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त शिक्षाविद् एवं वरिष्ठ समाजसेविका डाॅ0 नीति शास्त्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों का आभार व्यक्त किया गया। उन्होने कहा कि शासन के निर्देशानुसार दिनांक 31 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार होने के कारण सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जयंती को ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के रुप में 31 अक्टूबर के स्थान पर दिनांक 29 अक्टूबर 2024 को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गरिमापूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत जिला एकीकरण समिति के तत्वाधान में विभिन्न विभागों द्वारा अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जा रही है। कार्यक्रम में धर्माचार्य हरिओम पाठक, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 सुधाकर पाण्डेय, परियोजना निदेशक डीआरडीए राजेश कुमार, उपायुक्त स्वतः रोजगार बृजमोहन अम्बेड, उपायुक्त मनरेगा शिखर श्रीवास्तव, परियोजना अधिकारी नेडा बी0के0 जैन, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी सुजान सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी सुश्री सौम्या अग्रवाल, सहायक निदेशक सूचना सुरजीत सिंह, डाॅ0 मनमोहन मनु, मीरा रायकवार, दीपशिखा सहित एकीकरण समिति के सभी पदाधिकारीगण, अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






