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मैक्स अस्पताल वैशाली में की गई हार्ट पेशंट की सफल सर्जरी, 65 वर्षीय मरीज के दिल में था ब्लॉकेज

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झांसी। 17 फ़रवरी 2023: हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से ग्रसित झांसी के एक 65 वर्षीय मरीज का गाजियाबाद के वैशाली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सफलता के साथ इलाज किया गया. वो मेजर हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से जूझ रहे थे और जब उन्हें अस्पताल लाया गया उस वक्त उनकी हालत बेहद नाजुक थी. मरीज की गहन जांच-पड़ताल के बाद और उनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उनकी कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्ट सर्जरी की. इस तरह सफल सर्जरी से मरीज को नया जीवन दिया गया.मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल वैशाली में कार्डियक सर्जरी के कंसल्टेंट डॉक्टर अमित बाठला के नेतृत्व में सीनियर कार्डोलॉजिस्ट्स की टीम ने इस सर्जरी को अंजाम दिया. 65 वर्षीय मरीज पंडित बृजकिशोर सिंह को जब अस्पताल लाया गया उससे कुछ दिन पहले उनके सीने में बहुत भारीपन था और सांस लेने में समस्या थी. मरीज की मेडिकल हिस्ट्री से पता चला कि 6 महीने पहले झांसी में उनकी परक्यूटीनियस ट्रांस लुमिनल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी (पीटीसीए) की गई थी. मरीज के हार्ट के ब्लॉकेज को खत्म करने के लिए 11 स्टेंट डाले गए थे. इस केस की जानकारी देते हुए डॉक्टर अमित बाठला ने बताया, ‘’हमारे पास हाल में आया ये अपने तरह का एक बेहद चुनौतीपूर्ण मामला था. इसकी बड़ी वजह ये था कि हार्ट के अंदर रक्त वाहिकाओं का साइज बहुत छोटा था और तीन मुख्य वाहिकाओं में स्टेंट की संख्या भी ज्यादा थी. एंजियोग्राफी में पता चला कि स्टेंट में बड़ा ब्लॉकेज है. झांसी में जो डॉक्टर इनका इलाज कर रहे थे, उनसे चर्चा करने के बाद मैक्स में टीम ने तीन वाहिकाओं LAD, D 1, PLV में नस ग्राफ्ट के साथ कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्ट सर्जरी का प्लान किया. सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. सर्जरी के बाद भी मरीज को कोई समस्या नहीं हुई, 5 दिन बाद ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. अब वो अपनी पहले जैसी दिनचर्या में लौट गए हैं, उन्हें सीने के दर्द और सांस की समस्या भी नहीं है. वो लगातार फॉलो-अप्स पर हैं.’’डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट बताती हैं कि ट्रीटमेंट में नए-नए मॉड्यूल आने के बावजूद भारत में दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले काफी ज्यादा हैं. पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा कार्डियक केस वाले देशों में भारत आता है, इसका एक बड़ा कारण इलाज के उपलब्ध मॉड्यूल के बारे में जानकारी का अभाव भी है. भारत में प्री-मैच्योर मौत और बीमारियों के काफी ज्यादा केस दिल से होते हैं. डॉक्टर अमित बाठला ने आगे कहा, ‘’ हाल के दिनों में देश में से जुड़ी समस्याओं की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इसका बड़ा कारण ये है कि लोगों में शराब पीने, धूम्रपान और अनियमित नींद जैसी खराब आदतें हैं, साथ ही वो उनके खान-पान भी सही नहीं है. हालांकि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हाल की प्रगति के साथ, बीमारी की जल्दी पहचान और उपचार से हार्ट पेशंट के लिए अच्छे रिजल्ट आते हैं. एडवांस तरीके से होने वाले इलाज में खून का स्त्राव भी कम होता है, मरीज को अस्पताल में भी कम रहना पड़ता है और फास्ट रिकवरी होती है.’’मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल वैशाली ऐसी तमाम एडवांस सुविधाओं से लैस है जो हार्ट पेशंट के लिए वरदान साबित होती हैं. साथ ही यहां बेहतर टीम, ऑपरेशन थिएटर, हाई क्वालिफाई नर्सिंग स्टाफ भी है. साथ ही इंटरनेशनल लेवल पर ट्रेंड क्लीनीसियन हैं, जो देश में बेस्ट हैं. अस्पताल ने तकनीक पर बढ़ावा दिया है, जिससे यहां होने वाली सर्जरी काफी सुरक्षित हो गई हैं और यहां वर्ल्ड क्लास ट्रीटमेंट किया जाता है. मैक्स अस्पताल लगातार मरीजों को इस तरह की शानदार सुविधाएं देने की तरफ अग्रसर है।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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