झांसी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने आज कृषि उप संभागीय सभागार में ई-लॉटरी के माध्यम से कृषि यंत्रीकरण की समस्त योजनाओं के अंतर्गत ₹10,000 अनुदान वाले योजनाओं के समस्त कृषि यंत्र/कृषि उपकरण,कस्टम हायरिंग सेंटर,थ्रेसिंग फ्लोर एवं स्मॉल गोदाम इत्यादि के लिए ऑनलाइन बुकिंग करने वाले कृषकों की ई-लॉटरी के माध्यम से कृषि यंत्रों का वितरण सुनिश्चित किया। ई-लॉटरी का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा की शासन द्वारा कृषि यंत्र वितरण के लिए लाभार्थी चयन में ‘पहले आओ पहले पाओ’ व्यवस्था को समाप्त कर प्राप्त आवेदन के लिए बुकिंग में ई-लॉटरी के माध्यम से लाभार्थी के चयन की व्यवस्था शुरू की गई है, जिसके माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता से किसान सस्ते में खेती कार्य को और प्रभावशाली बनाने के लिए कृषि यंत्र (एग्री मशीन) खरीद सकेंगे जिसमें सरकार किसानों को भारी सब्सिडी दे कर आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए प्रेरित कर रही है। जिलाधिकारी ने ई-लॉटरी के माध्यम से कृषि मशीनों/कृषि रक्षा उपकरण, कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC), हाईटेक हब फॉर कस्टम हायरिंग, थ्रेसिंग फ्लोर व स्माल गोदाम आदि पर अनुदान प्राप्त करने वाले किसानों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मनोकामना करते हुए अन्य किसानों को भी ई-लॉटरी के माध्यम से उच्च तकनीकी वाले कृषि यंत्रों को खरीदने के लिए प्रेरित करने की सलाह दी। उप संभागीय सभागार में ई-लॉटरी प्रक्रिया के मध्य उप कृषि निदेशक एम पी सिंह ने बताया कि कृषि यंत्रीकरण की योजनाओं एनएफएसएम (NFSM), एसएमएएम (SMAM), एनएमएओ (ओएस-टीबीओ) में कृषि यंत्र/कृषि रक्षा उपकरण, कस्टम हायरिंग सेंटर, हाईटेक हब फॉर कस्टम हायरिंग, थ्रेसिंग फ्लोर व स्माल गोदाम पर अनुदान प्राप्त करने के लिए आवेदन व बुकिंग 30 नवंबर से प्रारंभ हुई जो 14 दिसंबर तक चली। पूरी बुकिंग की सूची विभागीय पोर्टल पर ई-लॉटरी के माध्यम से ब्लॉकवार लक्ष्यों के सापेक्ष लाभार्थी का आज चयन किया जा रहा है। डीडी कृषि ने ई-लॉटरी से होने वाले चयन की जानकारी देते हुए कहा कि कृषि विभाग के अनुसार, लाभार्थी/कृषक विभागीय दर्शन पोर्टल पर ‘यंत्र पर अनुदान हेतु टोकन निकालें’ लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइन आवेदन किया। ई-लॉटरी व्यवस्था में लक्ष्य के अनुरुप चयनित किये जाने वाले लाभार्थियों की संख्या के अतिरिक्त लक्ष्य का 50% तक क्रमवार प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जा रही है। लक्ष्य की पूर्ति न होने की दशा में अवशेष लक्ष्यों के सापेक्ष ई-लॉटरी द्वारा तैयार प्रतीक्षा सूची के क्रम में लाभार्थी का चयन किया जाएगा। उन्होंने कौन-कौन से यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी मिलेगी की जानकारी देते हुए बताया कि लेजर लैंड लेवलर, पोस्ट होल डीगर, हैरो, कल्टीवेटर, मिनी दाल मिल, ऑयल मिल की फील्ड प्रेस,पावर स्प्रेयर, मल्टीक्रॉप थ्रेसर, पावर चैफ कटर, स्ट्रा रीपर, ब्रस कटर,सोलर ड्रायर, पैकिंग मशीन, रोटावेटर, ट्रैक्टर माउण्टेड स्प्रेयर, ब्रिकेट मेकिंग मशीन, यूरिया डीप प्लेसमेन्ट एप्लीकेटर, सेल्फ प्रोपेल्ड यंत्र, पावर टिलर, पावर वीडर, कम्बाइन हार्वेस्टर विद सुपर एस.एम.एस., प्लांटर, मेज सेलर, हैप्पी सीडर, रीपर कम बाइण्डर, सामुदायिक श्रेसिंग फ्लोर, छोटा गोदाम, कस्टम हायरिंग सेन्टर, हाईटेक हब फॉर कस्टम हायरिंग आदि पर अनुदान (Subsidy) शामिल है। उप कृषि निदेशक एमपी सिंह ने बताया कि आज जनपद में विभिन्न कृषि यंत्रों के 126 लक्ष्य की सापेक्ष 1249 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया। उन्होंने कृषि यंत्र पाने वाले किसानों को शुभकामनाएं देते हुए अन्य किसानों को भी कृषि यंत्र क्रय करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने हेतु प्रेरित करने का सुझाव दिया। इस मौकीपर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट उत्कर्ष द्विवेदी, जिला कृषि अधिकारी के के सिंह, जिला उद्यान अधिकारी प्रशांत कुमार, कवि के प्रभारी डॉक्टर निशि राय, डीईओ एनआईसी आसिफ खान, नामित प्रगतिशील कृषक श्याम बिहारी गुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह, आत्माराम, पुरन लाल, श्रीमती द्रोपती देवी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






