झांसी। सत्ता की हनक के आगे कानून की जिम्मेदारी संभालने वाले भी बोने साबित हो जाते है। सत्ता दल से जुड़े दो नेताओं की बात न मानने ओर फोन पर हुई हॉट टॉक के चलते सत्ता की हनक इतनी भारी पड़ गई की सिपाही और चौकी प्रभारी को लाइन में आमद करानी पड़ी। फिलहाल पुलिस विभाग सत्ता की हनक न होने का हवाला देते हुए इसे अपनी कार्यवाही की प्रक्रिया बता रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चार दिन पूर्व विश्विद्यालय चौकी प्रभारी अजीत ने एक मोबाइल चोर पकड़ा था। इस प्रकरण में सत्ता दल के वरिष्ठ नेता ने चौकी प्रभारी को फोन किया। फोन पर दोनो में हॉट टॉक हो गई। फिलहाल चौकी प्रभारी ने मोबाइल चोरी के मामले में कानूनी कार्यवाही कर दी लेकिन यह बात नेता जी को हजम नही हुई और उन्होंने अफसरों से संपर्क कर शिकायत की। जिसके चलते विश्विद्यालय चौकी प्रभारी अजीत शर्मा को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया उनके स्थान पर जिला ललितपुर से आए उपनिरीक्षक भगत सिंह को पुलिस लाइन से चौकी विश्विधालय प्रभारी बनाया। इसी प्रकार एक मामला थाना प्रेमनगर क्षेत्र में हुआ। जिसमे एक मारपीट के मामले में सत्ता दल से जुड़े बड़े नेता ने सिपाही को फोन करके कहा की कोई कार्यवाही नहीं करनी। इस पर सिपाही ने उनका परिचय पूछा। परिचय पूछने पर सत्तादल के नेता जी इतना भड़क गए की उन्होंने सिपाही को धमकी तक दे डाली की मुझे नही जानते रोज अखबारों में मेरा नाम प्रकाशित होता है। तुम्हे बताता हूं पुलिस में नौकरी कैसे की जाती है, ओर नेता जी ने शिकायत बड़े अफसरों को बताई, जिस पर प्रेमनगर थाना में तैनात सिपाही कुलदीप को लाइन हाजिर कर दिया गया। इन दोनो प्रकरणों ने साबित कर दिया की खारी पर सत्ता भारी है। फिलहाल पुलिस विभाग लाइन हाजिर ओर पोस्टिंग करने वाली बात को अपनी विभागीय कार्यवाही बता रहा है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






