झांसी। पांच वर्ष पूर्व हुई प्यार में पागल प्रेमी जोड़ों ने समाज और परिवार का तिरस्कार कर लव मैरिज कर ली और पति पत्नी बनकर रहने लगे। बाद में परिजनों ने दोनो को स्वीकार लिया। लेकिन अब पत्नी की सरकारी नौकरी लग चुकी है। पति का आरोप है कि सरकारी नौकरी लगने के पहले ही उसकी पत्नी ने उसे नकार दिया और साथ जीने मरने की कसमें खाकर किए गए प्रेम विवाह को भी ठुकरा दिया है। यह अपने जीवन की कथा नव नियुक्त लेखपाल बनी युवती का पति चिल्ला चिल्ला कर कलेक्ट्रेट परिसर में बोल रहा था। उसका कहना है कि वह अपनी पत्नी को लेने आया है। अभी तक जो हुआ उसे खत्म कर दे अब नौकरी लग चुकी है, अब साथ रहे।
बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में नव नियुक्त लेखपालों के नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे थे। उसी समय एक युवक परिसर में। पहुंचा और खुद को नव नियुक्त लेखपाल युवती का पति बताने लगा। युवक ने बताया कि उसका नाम नीरज विश्वकर्मा है, पांच वर्ष पूर्व उसका एक सोनी परिवार की युवती से प्रेम प्रसंग हो गया था। दोनो ने साथ जीने मरने की कसमें खाकर समाज और परिवार का तिरस्कार कर ओरछा मंदिर में प्रेम विवाह किया था बाद में दोनो को परिवार वालों ने अपना लिया था। उसका आरोप है कि जब उसकी पत्नी को यह मालूम चला कि उसका लेखपाल की नौकरी में चयन हो गया तभी 18 जनवरी 2024 उसका साथ छोड़ कर घर से चली गई और अब वह प्रेम विवाह भी स्वीकार नहीं कर रही साथ ही उनका आरोप है कि वह कार पेंटर का कार्य करता है और उसकी पत्नी लेखपाल है इसलिए उसने दूरी बना ली है। नीरज का कहना है कि वह केवल अपनी पत्नी को घर साथ ले जाने के लिए आया है, लेकिन वह साथ नही गई।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






