झांसी। जिस विभाग में रहकर देश की रक्षा कर रहे सेवानिवृत इंस्पेक्टर को यह बात मालूम नहीं थी कि वह देश के लिए सेवा कर रहा है और सेवानिवृत होने के बाद न्याय पाने को उसे इस प्रकार दर दर भटकना पड़ेगा। सीआरपीएफ से सेवानिवृत इंस्पेक्टर शिवाजी नगर निवासी रामस्वरूप राय ने मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों को शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि ग्राम सफ़ा में एक जमीन दिलाने के नाम पर ओम प्रकाश, सुरेंद्र राजपूत, पवन राजपूत ने उससे जेवरात गिरवी रखवा कर ओर नौकरी के मिले रुपए 55 लाख लेकर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर उसे फर्जी रजिस्ट्री कर दी। जब वह कब्जा लेने पहुंचा तो मालूम हुआ कि उक्त जमीन किसी ओर के नाम है। इस संबंध में कई बार पुलिस अफसरों की चौखट पर गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद वह मुख्यमंत्री के जनसुनवाई द्वार में पहुंचा जहां से आदेश आने के बाद उसकी एफआईआर दर्ज हुई। रामस्वरूप का आरोप है कि उसके घर के सारे जेवरात गिरवी रखकर पैसे एकत्रित कर दिए थे जो जाल साजो ने हड़प लिए। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हो रही है। उसने आरोप लगाया है कि पुलिस निष्पक्ष विवेचना नहीं कर रही ओर आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर रही है। उसने दिए गए शिकायती पत्र में निष्पक्ष विवेचना कर मुकदमे धाराएं बढ़ाने और आरोपियों को जेल भेजने की मांग की है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






