झांसी।प्रो0 संगम लाल पाण्डेय की 20 वीं पुण्य तिथि पर स्मृति समारोह का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया, जिसमें उनके दर्शन एवं साहित्य पर चर्चा की गयी। अपर जिला जज नवीन कुमार सिंह कीअध्यक्षता ,पी0के0 अग्रवाल, सेवा निवृत्त आई0ए0एस0 के मुख्य आतिथ्य , निरंजन शिवाजी धुलेकर वरिष्ठ साहित्यकार के विशिष्ट आतिथ्य एवं डाॅ0 अशोक कुमार पाण्डेय के संयोजन में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर प्रो0 संगम लाल पाण्डेय के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प्पांजलि अर्पित की गई।तदोपरान्त कार्यक्रम के संयोजक डाॅ0 ए0के0 पाण्डेय ने अपने गुरु प्रो0 संगम लाल पाण्डेय के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए प्रो0 पाण्डेय को दर्शन जगत के दैदीप्यमान पुरोधा बताया जिन्होंने हिन्दी माध्यम से दर्शन के पठन-पाठन को सर्व सुलभ बनाया जिससे सम्पूर्ण उत्तर भारत में दार्शनिक जागृति आयी ।अपने गुरु प्रो0 पाण्डेय के दर्शन एवं उनके साहित्य का उल्लेख करते हुए गुरु-शिष्य परम्परा, गुरु का चुनाव करने, द्वैत-अद्वैतवाद, अद्वैत वेदान्ती कैसे भक्ति करें, ब्रह्म एवं भक्त के विषय में तथा डाॅ0 पाण्डेय द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के दर्शन पर चर्चा, ज्ञान के स्रोत, ज्ञान व सूचना में अन्तर को स्पष्ट किया तथा धन की चार गतियों एवं कबीर दास के अद्वैतवाद, अक्षर ज्ञान का वर्णन करते श्रोताओं को अपने विचारों से अविभूत किया गया। आमंत्रित वक्ता के रुप में वेद प्रकाश शुक्ला सहायक आयुक्त राज्यकर ,ज्वाइण्ट कमिश्नर शमशेर जमदग्नी ,शैलेन्द्र कुमार वाष्णैय , विनय प्रकाश गौतम , जितेन्द्र प्रताप अग्रहरि आदि ने विचार व्यक्त किये । विशिष्ट अतिथि निरंजन शिवाजी धुलेकर वरिष्ठ साहित्यकार द्वारा दर्शन एवं साहित्य के क्षेत्र में प्रकाश डालते हुये हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में अपने पितामह झाॅसी के प्रथम सांसद पं0 रघुनाथ विनायक धुलेकर के योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि स्वतंत्रता का पहला संग्राम हिन्द के लिए रानी लक्ष्मीबाई ने लड़ा दूसरा संग्राम पं0 रघुनाथ विनायक धुलेकर ने हिन्दी को राजभाषा के लिए लड़ा था। मुख्य अतिथि पी0के0 अग्रवाल सेवानिवृत्त आई0ए0एस ने भारतीय दर्शन में अदैतवाद की अवधारणा नये से सिरे से करने एवं प्रो0 संगम लाल पाण्डेय के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए दर्शन एवं गणित को एक होने, आईंस्टीन का दर्शन विद्युत तक रुक जाने एवं भारतीय दर्शन अनन्त तक जाने की चर्चा की गयी ,सद्गुरू की तलाश करने , सदगुरु बनने एवं आत्मा की ऊर्जा पर विचार व्यक्त किये गये।समारोह की अध्यक्षता करते हुए नवीन कुमार सिंह अपर जिला जज द्वारा समाज को भारतीय दर्शन के प्रति जागृत करते हुये भक्ति भाव पर विचार व्यक्त किये गये । कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि डाॅ0 पाण्डेय द्वारा अपने गुरुजी को याद करना, स्मृति दिवस मनाना गौरव की बात है तथा गुरु शिष्य परम्परा का अनुपम उदाहरण है। उपरोक्त स्मृति समारोह में अधिवक्ता नरेश गुप्ता, मंजीत सिंह आहूजा, राकेश झाॅ, डिप्टी कमिश्नर शलभ शमां, अरविन्द नारायण सक्सेना, राजीव कुमार शाक्य, वाणिज्य कर अधिकारी तुहिनेश उपाध्याय, जितेन्द्र रमन, दिलीप कुमार चौरसिया, विष्णु प्रसाद, राजीव जोशी, सुजान सिंह आदि उपस्थित रहे ।आभार व्यक्त संचालक/संयोजक एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-2 अपीलडाॅ0 अशोक कुमार पाण्डेय ने व्यक्त किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा





