झांसी। धरती की कोख को बंजर करने वाली प्लास्टिक व पॉलिथीन की बिक्री बाजारों में थमने का नाम नही ले रही। लगातार शासनादेश होने पर अभियान चलाया जाता है। लेकिन यह अभियान सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित रहता है। दुकानों पर छापेमारी कर पॉलिथीन बरामद कर जुर्माना वसूल कर इतिश्री कर लेते है। लेकिन इस प्लास्टिक पॉलिथीन को बनाने वाली बिजौली और प्रताप पुरा स्थित एक दर्जन फैक्ट्रियों पर कोई कार्यवाही नही की जाती। इन फेक्ट्रियो से बनकर तैयार होने वाली प्लास्टिक पॉलिथीन बाजारों में खुलेआम बिकती है। जानकारी के मुताबिक पर्यावरण को बचाने और प्रदूषण मुक्त करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा प्लास्टिक और पॉलिथीन के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर उसे बंद कराने के निर्देश दिए जाते है। लेकिन इन निर्देशों के बाद जिम्मेदार कितना पालन करते है इन निर्देशों पर यह तो बाजारों में खुलेआम बिक रही प्लास्टिक और पॉलिथीन ही बता रही है। सूत्र बताते है कि अभियान के नाम पर जिम्मेदार कुछ दुकानों पर छापेमारी करके पॉलिथीन जब्त करते है और उनसे जुर्माना राशि वसूल लेते है। लेकिन इस पॉलिथीन प्लास्टिक बिक्री को जड़ से समाप्त नही करते। एक पॉलिथीन प्लास्टिक बिक्री के व्यापारी ने बताया कि अभियान के नाम पर जिम्मेदार खानापूर्ति करने के लिए कुछ पॉलिथीन जब्त करते है और उनसे मोटी रकम वसूल कर ले जाते है। व्यापारी ने बताया कि अगर पॉलिथीन प्लास्टिक बिक्री पूरी तरह बंद करनी है तो बिजौली में और ओरछा तिगेला के पास प्रताप पूरा में आठ से दस फेक्ट्रिया चल रही है वहां कार्यवाही क्यों नही की जाती। फेक्ट्रीया बंद हो जाएगी तो व्यापारी भी नही बेचेंगे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






