झाँसी। रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी के निदेशक शोध/प्रभारी निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. सुशील कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि गत दिवस हुई बुन्देलखंड में सामान्य बारिश (लगभग 3 मिमी) रबी फसलों के लिए अमृत के समान है। इस बारिश के कारण समय से बोई गई सरसों, चना, मटर, मसूर, जौ एवं गेहूँ आदि सभी फसलों की वृद्धि अच्छी होगी तथा सिंचाई की बचत होगी। इस बारिश के कारण मटर, चना एवं सरसों की फसलों पर पाला से होने वाले नुकसान की आशंका कम हो गई है। किसान भाइयों को अपने खेतों का निरीक्षण कर और अधिक वर्षा होने की दिशा में पानी के निकास की व्यवस्था करनी चाहिए। विगत कई दिनों से तापमान में वृद्धि देखी जा रही थी, उसका भी दलहन, तिलहन, गेहूँ एवं जौ आदि की फसलों पर कम असर होगा।कृषि क्षेत्र में मजबूत सुधार के संकेत दिख रहे हैं। देश 2025 में अनाज उत्पादन में नई ऊँचाइयों को छूने के लिए तैयार है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में लगातार बदलाव जारी है। किसानों को आपदा में फसल नुकसान से राहत देने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इसका किसान अधिक से अधिक लाभ उठाकर 31 दिसम्बर 2024 दिन मंगलबार तक रबी फसलों का बीमा अवश्य कराएं।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






