
झांसी। संगठन तभी मजबूत बनेगा जब उसका नेतृत्व सही हाथों में होगा। क्योंकि संगठन की तारीफ नेतृत्व अच्छा ओर अच्छा प्रदर्शन करने पर होती है। लोभ लालच मानसिकता से दूर हो, तो भले ही आपके पास लग्जरी गाड़ी न हो। लेकिन उस संगठन से जुड़े किसी भी कार्यकर्ता की परेशानी, दुख, में समय पर उपस्थित हो जाना ओर कार्यकर्ता की समस्या को अपनी समस्या समझ कर अडिग होकर उसकी परेशानी का समाधान करा देना ही निस्वार्थ सेवा भाव कहलाता है। यह निस्वार्थ सेवा भाव संजीव लाला अग्रवाल के अंदर है। जो आज भी स्कूटर से चलते है, लेकिन अपने कार्यकर्ता को खुश रखने ओर उसे हर संभव न्याय दिलाने के लिए निस्वार्थ भावना से अडिग हो जाते है। इसलिए आज भी वह किलो पर तो नहीं लेकिन लोगों के दिलों पर राज करते है। हम आपको बता दे कि झांसी जनपद के पचकुइया मन्दिर के पास जादू नाथ का बाड़ा में रहने वाले संजीव अग्रवाल लाला को झांसी में हर वर्ग का व्यक्ति जानता पहचानता है। चाहे व्यापारी वर्ग हो या फिर सामाजिक वर्ग। हर वर्ग में इनकी अच्छी पहचान ओर ईमानदारी की चर्चाएं होती है। संजीव अग्रवाल लाला शुरू से ही संघ की विचारधारा से जुड़े ओर भाजपा परिवार से जुड़े है। संजीव लाला अग्रवाल ऐसा अल्पसंख्यक समाज में भी अपनी अच्छी पकड़ रखने वाले व्यक्ति माने जाते है, इसलिए तो उन्होंने वर्ष 2019 में सदस्यता प्रभारी रहते हुए अल्पसंख्यक समाज के हजारों लोगों को भाजपा की सदस्यता भी दिलाई थी। संजीव अग्रवाल लाला की पार्टी के प्रति ईमानदारी लग्न की जानकारी भारतीय पार्टी के प्रदेश ओर केंद्र के आला कमानों को भी है। इसलिए तो उन्हें कई बार भाजपा ने कई राज्यों में होने वाले चुनावों की बागडोर उनके हाथों में दी ओर जहां जहां चुनाव के दौरान रहे एक अच्छा प्रदर्शन भाजपा ने किया। संजीव अग्रवाल लाला से झांसी में व्यापारी वर्ग, प्रतिष्ठित वर्ग उनकी ईमानदारी और निष्ठावान से उनके साथ जुड़ा है, साथ ही आम नागरिक भी उनके साथ इसलिए जुड़ा रहता है क्योंकि वह एक ऐसे व्यक्ति है जो उनके पास आने वाले व्यक्ति या कार्यकर्ता की की समस्या को अपनी समस्या समझ कर निस्वार्थ ही उसका समाधान कराने में जुट जाते है। इसलिए लग्जरी गाड़ी में तो नहीं लेकिन लोगों के दिलों पर जरूर राज करते है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा



