
झांसी। नोएडा की सेक्टर 39 ओर एसओजी द्वारा मंगलवार को नोएडा से झांसी के 14 युवक ऑन लाइन गेमिंग फ्रॉड करने वाले युवकों में मौके से फरार हुआ सचिन सोनी को झांसी में गिरफ्तार कर लिया था। सचिन सोनी ने पूछताछ में कई बड़े राज उगले। उसने बताया की झांसी के मानिक चौक निवासी नीरज गोस्वामी झांसी से अंतर्राष्ट्रीय ऑन लाइन गेमिंग फ्रॉड का कारोबार चलाता था और उसे नीरज से अंसाफ ने मिलवाया था। अब यह दोनो दुबई से पूरा नेटवर्क चला रहे है। इनके गुर्गे चैन बनाकर झांसी के पढ़े लिखे नव युवकों को इस कारोबार में शामिल कर रहे है। पूछताछ के बाद नोएडा की एसओजी पुलिस सचिन को अपने साथ ले गई है। आशंका जताई जा रही है, सचिन के पकड़े जाने के बाद कई और बड़े राज से पर्दाफाश होगा। जानकारी के मुताबिक नोएडा की पुलिस ओर एसओजी टीम ने अंतर्राष्ट्रीय ऑन लाइन ठगी और क्रिकेट का सट्टा खिलाने वालों का भंडाफोड़ करते हुए सेक्टर 108 स्थित एक मकान में छापा मारकर झांसी निवासी 14 ओर दो अन्य युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े गए युवकों में झांसी शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी सचिन सोनी को पुलिस ने फरार दिखाया था। इधर नोएडा से खबर मिलने के बाद सक्रिय हुई झांसी पुलिस ने नोएडा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए सचिन सोनी को हिरासत में ले लिया था। पुलिस हिरासत में आए सचिन सोनी से पूछताछ में उसने कई राज उगले। साथ ही उसने बताया की मानिक चौक निवासी नीरज गोस्वामी ओर अंसाफ़ दोनो मिलकर यह ऑन लाइन फ्रॉड का कारोबार करते थे और उसे नीरज से अंसाफ ने मिलवाया था। इसके बाद सचिन ने नोएडा में सेक्टर 108 में अपनी आईडी पर मकान लिया था। वर्ष 2020 में सचिन झांसी आ गया था और उसके साथी वही से ऑन लाइन ठगी ओर क्रिकेट सट्टे का कारोबार करते थे और झांसी में यह पूरा कारोबार सचिन नीरज गोशवामी ओर अंसाफ के दिशा निर्देश पर करता था। उधर दुबई जा चुके नीरज और अंसाफ ऑन लाइन क्रिकेट सट्टे की बुकिंग का भाव तय करते थे और यह लोग युवाओं को इस कारोबार में उनके मोबाइल फोन पर आईडी बनाकर सट्टे का कारोबार करते थे साथ ही ऑन लाइन ठगी का कारोबार भी करते थे। फिलहाल नोएडा पुलिस सचिन को अपने साथ ले गई है। सूत्रों का कहना है की सचिन से कई बड़े राज खुलने की संभावना है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा



