झांसी। गरीब चला न्याय के द्वार, इसी सोच के अंतर्गत आयोजित लोक अदालत में एक लाख से अधिक वादों का निस्तारण किया गया। शनिवार को जिला न्यायधीश के नेतृव में जिला न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ जिला न्यायधीश ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रवजलित कर किया। इस दौरान आयोजित की गई लोक अदालत में कई वर्षो से चल रहे दोनो पक्ष के मुकदमों में उनका आपसी समझौता और लंबित प्रकरणों में ताल मेल बनाकर करीब एक लाख से अधिक वादों का निस्तारण किया गया है। बार संघ के सचिव केपी श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि गरीब और पीड़ित को न्याय दिलाना जिला न्यायालय की पहली प्राथमिकता है। इसी को संज्ञान में लेते हुए गरीब चला न्याय के द्वार लोक अदालत का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला न्यायधीश का जो लक्ष्य है, करीब सवा लाख वादों का निस्तारण हो, उसी लक्ष्य को पूरा करते हुए एक लाख से अधिक वादों का आज निस्तारण किया गया है। इस लोक अदालत में किसी अधिवक्ता की जरूरत नहीं होती। गरीब को सीधे न्याय मिलता है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






