झांसी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के nicu वार्ड में हुई आगजनी की घटना के तीसरे दिन भी हड़कम मचा रहा। तीसरे दिन एक ओर नवजात शिशु की मौत हो गई। मरने वाले नवजात शिशुओं की संख्या अब बारह हो चुकी है। मेडिकल प्रशासन इसे भी बीमारी से बता रहा है।वही इस अग्निकांड की घटना को लेकर तीसरे दिन भी कार्यवाही न होने पर आमजन में आक्रोश व्याप्त है। लोग अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए मेडिकल प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही की तो कोई मेडिकल प्राचार्य ओर सीएमएस का इस्तीफा मांग रहा है। आरोप लगाए जा रहे है कि मेडिकल। प्रशासन गुमराह कर रहा है। दस से अधिक नवजात शिशुओं की मौत से जहां पूरा देश मातम में डूबा पड़ा है। वही कार्यवाही को लेकर अपनाए जा रहे सुस्त रवैया से उच्च स्तरीय जांच की मांग की जा रही है। आरोप लगाए जा रहे है कि प्राचार्य निजी हॉस्पिटलों के संपर्क में रहते है, एक बड़े हॉस्पिटल का नाम लेते हुए कहा कि शासन को निष्पक्ष जांच करनी है तो वहां के एक माह के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जाए कि प्रतिदिन सुबह शाम मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल का वहां आना जाना क्यों है। वही एक ओर अधिकारी पर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की जा रही कि एमबीबीएस में दाखिला के नाम पर गैर राज्यों से पुलिस की रडार पर रहे चिकित्सक को मेडिकल कॉलेज में पदाधिकारी कैसे बनाया गया। ऐसे ही कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






