
झांसी। महानगर चौराहे पर बेखौफ होकर दौड़ा रहे नाबालिग बच्चे दो पहिया वाहन। वही तीन पहिया वाहन चालक मासूम बच्चों की जान जोखिम में डालकर भेड़ बकरियों की तरह उन्हे ठूस कर ले जा रहे। चौराहे पर मौजूद यातायात विभाग के कर्मचारी यह सब देख कर भी मुंह मोड़ लेते है। आपको बता दे कि सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम करने और यातायात नियमों का ठीक ढंग से पालन कराने के लिए 6 जून को आयोजित की गई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने सबसे पहले स्कूली बच्चों की सुरक्षा देखते हुए आरटीओ विभगा को दिशा निर्देश दिए थे कि सभी स्कूलों में दो पहिया वाहन से आने वाले नाबालिग बच्चों की सुरक्षा हेतु स्कूलों को दिशा निर्देश दिए जाए कि कोई भी नाबालिग बच्चा दो पहिया वाहन स्वय नही आए। साथ ही बिना हेलमेट और तीन सवारी पर भी प्रतिबंध लगाया जाए। इन दिशा निर्देशों को एक माह गुजरने वाला है। आज तक इन पर अमल नहीं हो सका। झांसी के महानगर चौराहा इलाईट से बेधड़क दो पहिया वाहन चलाते स्कूली बच्चे बिना हेलमेट और तीन सवारी के आते देखे जाते है। इन पर न तो चौराहे पर तैनात यातायात विभाग और न ही आरटीओ विभाग रोक लगा पा रहा है। बल्कि ऐसी स्थिति में जिम्मेदार मुंह मोड़ कर खड़े हो जाते है। वही तीन पहिया वाहन चालक बिना किसी सुरक्षा के वाहन में छोटे छोटे बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह भरकर सारे नियम कानून ताक पर रखकर वाहन दौड़ते नजर आते है। जिम्मेदार विभाग की उदासीनता कही न कही कोई अप्रिय घटना होने का इंतजार कर रही है। वही नाबालिग बच्चों के अभिभावक भी अपने बच्चों को वाहन दे देते है। आज विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के साथ आम जनमानस की सुरक्षा प्रशासन की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसकी जिम्मेदारी शिक्षण संस्थानों एवं अभिभावकों की भी होगी, अतः यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने दुर्घटना एवं दुर्घटना में मृतक की संख्या में कमी आने पर जागरूकता अभियान कि सराहना की और निर्देश दिए कि जागरुकता कार्यक्रम निरन्तर संचालित किए जाएँ। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में माननीय सुप्रीम कोर्ट कमिटी ऑन रोड सेफ्टी द्वारा दिए गए नवीनतम दिशा निर्देशों के अनुपालन में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्देश दिए कि नगर निगम,पुलिस,परिवहन एवं आर एम रोडवेज संयुक्त
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






