
झांसी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के nicu वार्ड में शुक्रवार की रात हुई आगजनी की घटना में दस नवजात शिशु की मौत हो गई थी। बाकी अन्य को बचाया गया था। वही इस आगजनी की घटना में कुछ नवजात घायल बताए जा रहे थे। जिन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसमें आज एक ओर नवजात शिशु की मौत हो गई। जिसमें मरने वाले नवजात शिशुओं की संख्या 11 हो गया। जिला प्रशासन और मेडिकल प्रशासन इस नवजात की मौत का कारण बीमारी बता रहा है। उनका कहना यह नवजात उसी वार्ड में था लेकिन बीमार था इसकी मौत बीमारी से हुई। इधर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कॉलेज पहुंच कर प्रदर्शन किया और चले गए। वही कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट पर लीपा पोती करने ओर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती नवजात शिशुओं के उपचार के लिए डॉक्टरों द्वारा बाजार से दवा मंगवाने का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।रविवार को दोपहर करीब एक बजे महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल में जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट एक ओर नवजात की मौत हो गई लेकिन उसकी मौत बीमारी से हुई है, वह नवजात को किसी प्रकार की आगजनी की घटना में घायल नहीं हुआ था। सुरक्षा और उच्च उपचार की दृष्टि से उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। वही मेडिकल प्रशासन प्राचार्य एन एस सेंगर ने जानकारी देते हुए बताया कि nicu वार्ड में आग बुझाने वाले गैस सिलेंडर पुराने नहीं थे नए थे। जिस प्रकार पुराने सिलेंडर दिखाए गए वह गोदाम में रखे थे। उन्होंने कहा कि आगजनी की घटना शॉर्ट सर्किट से हुई है, जिस समय आग लगी उसी समय उनका वार्ड में मौजूद स्टाफ पूरी हिम्मत के साथ आग बुझाने ओर बच्चों को बचाने में जुट गया था। अपनी जान पर खेल कर बच्चों को बचाया है। इस दौरान एक नर्स भी आग की चपेट में आ गई थी लेकिन उसने अपनी जान की परवाह किए बगैर बच्चों को जिंदा बचाया जिसमे वह नर्स झुलस गई उसका उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी की शिनाख्त लगभग लगभग हो गई है। वही समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र भोजला के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज पहुंचे और कार्यवाही की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के लोग वापस लौट गए। इधर देर शाम कांग्रेस पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, सुधांशु त्रिपाठी, मुकेश अग्रवाल, राहुल रिछारिया सहित दर्जनों कांग्रेसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने मेडिकल प्रशासन पर पूरे मामले की जो रिपोर्ट शासन को भेजनी थी उस में लीपा पोती का आरोप लगाकर उसे सार्वजनिक करने की मांग की। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि नवजातों को उपचार के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया ओर डिप्टी सीएम ने कहा था उनका निशुल्क इलाज होगा। पूर्व मंत्री ने एक डॉक्टर द्वारा लिखा पर्चा दिखाते हुए कहा कि नवजात शिशुओं से इलाज के नाम पर बाजार से दवाएं मंगवाई जा रही है। वही उनका आरोप है कि जब नवजात शिशुओं को प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने के शासन के आदेश है तो उन्हें वापस मेडिकल में क्यों लाया जा रहा है। उन्होंने कई मामलों में गंभीर आरोप जगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए वह अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ धरने पर बैठ गए। इस दौरान जिला प्रशासन, मेडिकल प्रशासन, पुलिस प्रशासन मौजूद रहा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






