झांसी। नगर के विकास एवं सौंदर्यकरण को लेकर नगर निगम में बजट को पास करने की प्रक्रिया कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक महापौर बिहारी लाल आर्य की अध्यक्षता में आयोजित हुई।जिसमें मूल बजट वर्ष 2025-26 में प्रस्तावित राजस्व, पूंजी एवं उचन्त लेखों की 50 30939.90 लाख रूपये, जिसमें प्रारम्भिक अवशेष रूपये 5056.85 लाख रूपये को सम्मिलित करते हुये कुल सकल आय रूपये 35996.75 (तीन अरब उनसठ करोड़ छियानवे लाख पिचहत्तर हजार मात्र) रूपये तथा कुल सकल व्यय रूपये 30590.45 लाख ( तीन अरब पांच करोड वालीस हजार मात्र) रूपये के समायोजन उपरान्त रूपये 5406.30 लाख रूपये के अन्तिम अवशेष के साथ वित्तीय वर्ष 2025-26 का मूल कार्यकारिणी समिति के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया। जो कार्यकारिणी सदस्यों ने संपूर्ण मंथन के बाद पास कर दिया। नगर निगम के कार्यकारिणी मीटिंग हॉल में शुक्रवार को वर्ष 2025-26 का मूल बजट प्रस्तुत किया गया। जिसमें कार्यकारिणी सदस्य ने कई सवाल उठाए और नगर के सौन्दर्यीकरण एवं विकास पर खर्च होने वाली धनराशि सही रूप से गुणवत्तापूर्ण से कामों में लगाई जाए। कार्यकारिणी सदस्य महेश गौतम ने कहा कि एक कंपनी के द्वारा नगर निगम में काम किया जा रहा है लेकिन उक्त कंपनी का कार्यकाल कब खत्म हो गया और कब चालू हो गया यह जानकारी पार्षदों को नहीं है। फिलहाल इस बारे में कहा गया कि कार्य को देखते हुए समय अवधि बढ़ा दी जाती है। अतिक्रमण के मामले में आतिया तालाब स्थित दुकानों के बारे में सदन नेता बंटी राजा ने सवाल उठाया की दुकानों को हटाने की प्रक्रिया के बारे में विगत बैठक में कहा गया था लेकिन अभी तक काम नहीं हुआ। वहीं शहर के कई स्थानों पर अतिक्रमण को लेकर मुकेश सोनी में कहा कि अतिक्रमण के मामले में कोई सुनवाई नहीं होती है जबकि अतिक्रमण टीम इधर से उधर भागती रहती है लेकिन काम नहीं करती। यही नहीं बैठक में सदस्यों ने कहा कि क्षेत्र में काम कराने के लिए काफी परेशान होना पड़ता है इसके लिए प्रेत्यक पार्षद को वार्ड के लिए धनराशि तय कर दी जाए जिससे कि छोटे-छोटे काम क्षेत्र में कराया जा सके। इस पर महापौर ने कहा कि प्रेत्यक पार्षद को एक वर्ष के लिए 10 लाख रुपए धनराशि निर्धारित की जायेगी, जिससे वह अपने वार्ड में मरम्मत आदि कार्य करा सकते हैं। जिसमें पर सवाल उठा कि इसके लिए ऑनलाइन टेन्डर नहीं बल्कि ऑफलाइन टेन्डर के माध्यम से काम होना चाहिए। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि ऑफलाइन नहीं हो सकता है जबकि हमारी प्रक्रिया ऑनलाइन संपूर्ण रूप से चल रही है फिलहाल काफी बहस के बाद यह तय हुआ की क्षेत्र में 10 लाख का काम सभासद निधि से किया जाएगा। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी के बारे में भी सदस्यों कहना था कि पैसा लेने के बावजूद भी पूरा नहीं नगर निगम में जमा नहीं होता और कंपनी से नगर निगम को कोई लाभ नहीं हो रहा है जबकि नगर निगम के कर्मचारी भी क्षेत्र में काम करते हैं। टैक्स विभाग के मामले को लेकर सदन नेता बंटी राजा ने कहा कि टैक्स बढ़ जाने के उपरांत उक्त टैक्स को सही कराने की प्रक्रिया में कई अधिकारी की रिपोर्ट लगाई जाती है। आरोप लगाया कि इसमें कई ऐसे कार्य हुए हैं जो एक ही अधिकारी के हस्ताक्षर से किए गए है। जिसके सबूत जल्द ही नगर आयुक्त के समक्ष रखे जायेगें। सभासद कामेश अहिरवार ने वार्ड में पुलिया के मरम्मत कर के लिए कहा जिसमें मुख्य अभियंता का कहना था कि जल्द ही यह कार्य करा दिया जायेगा। वहीं मुकेश सोनी ने कहा कि कोटेशन पर काम बंद किया जाए इससे काम में गुणवत्ता नहीं आती है सदर बाजार में नगर निगम की दुकानों कि बाहर रेलिंग लगवाई जाए जिससे कि अतिक्रमण नहीं हो सके। कार्यकारिणी सदस्य आशीष रैकवार ने कहा कि नगर निगम के द्वारा अंतिम यात्रा वाहन उपलब्ध कराये जाए। हालांकि काफी सवालों के बीच कार्यकारिणी बैठक चलती रही और अंत में संपूर्ण बजट पर चर्चा होने के बाद बजट को पास किया गया। इस दौरान नगर आयुक्त सत्य प्रकाश ने बैठक के दौरान कहा कि नगर के विकास के लिए संपूर्ण रूप से कार्य किया जाएगा और सभासद द्वारा जो भी प्रस्ताव रखे जाएंगे उन पर काम कराया जाएगा। बैठक में उप सभापति प्रियंका साहू, सदस्य महेश गौतम, विकास खत्री, आशीष रायकवार, अमित राय, कामेश अहिरवार, प्रदीप खटीक, मुकेश सोनी, दिनेश प्रताप सिंह बंटी राजा, आशीष तिवारी, प्रवीण लखेरा, नगर आयुक्त सत्य प्रकाश, अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर, अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी विनीत कुमार लेखा अधिकारी राजकिशोर, डा राघवेन्द्र आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






