झांसी। जैन समाज के धार्मिक तीर्थस्थलों को पर्यटन स्थल घोषित करने पर जैन समुदाय में आक्रोश व्याप्त है। जैन समाज ने सड़कों पर उतरकर पैदल मार्च करते हुए प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज कर जैन समाज के धार्मिक स्थलों को तीर्थस्थल घोषित करने न की पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को सौंपा। शनिवार को दिगंबर जैन महासमिति संभागीय झांसी और श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति के तत्वावधान में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में सेंकड़ों जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने रानी महल से पैदल मार्च कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधान मंत्री को ज्ञापन भेजते हुए बताया की पारसनाथ पर्वत राज को वन्य जीव अभ्यारण पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान/धार्मिक सूची से बाहर किया जाए। बिना जैन समाज की सहमति के जारी अधिसूचना 2795 ई 2=8=2019 को अविलंब रद्द किया जाए। पारसनाथ पर्वत राज और मधुवन को मास मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थ स्थल घोषित किया जाए। सहित कई जैन तीर्थस्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और संबंधित मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शिरोमणि जैन, पवन जैन, राजीव जैन, प्रवीण जैन, डॉक्टर मनीषा जैन, विकास जैन, निलय जैन, आमोद कुमार जैन, कुलदीप कुमार जैन सहित सैंकड़ों जैन समाज मोजूद रहा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






