झांसी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के nicu वार्ड में हुई आगजनी की घटना में मारे गए 10 नवजात शिशुओं की मौत के बाद से प्रदेश ही नहीं केंद्र सरकार भी गंभीर हो गई। हर स्तर पर हर बिंदुओं पर कई अलग टीमों का गठन कर जांच कराई जा रही है। वही उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक कैंजिक सिंह सहित कई अफसरों ने मेडिकल कॉलेज में डेरा डाल दिया है। हर बिंदुओं पर जांच पड़ताल पूछताछ जारी है। साथ ही टीमों ने बारीकी से घटना स्थल का निरीक्षण भी किया। साथ ही घटना वाले दिन वार्ड में तैनात रहे चिकित्सक, कर्मचारी ओर नर्सों के बयान दर्ज किए गए। करीब चार घंटे से अधिक समय तक बयान दर्ज होते रहे ओर पूछताछ चलती रही। सोमवार को झांसी मेडिकल कॉलेज आई उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक कैंजिल सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उनकी टीम के साथ फायर, विधुत, मेडिकल संबंधी टीम भी शामिल है। सभी टीम पहले घटना स्थल का निरीक्षण किया। जिन वार्डों के नवजात भर्ती है, उस वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अभी टीम घटना का मुख्य कारण , घटना में गलती किसकी है, साथ ही अन्य मेडिकल कॉलेजों में इस प्रकार की घटना की पुनरावृति न हो इसके बचाव पर भी जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि हर पहलू पर जांच होगी। नवजात शिशुओं के परिजनों से वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा कि वार्ड में तैनात नर्स, चिकित्सक, कर्मचारी, नवजात के परिजनों से भी पूछताछ होगी उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद वह गेस्ट हाउस पहुंची जहां सभी के बयान दर्ज ओर पूछताछ शुरू की गई। देर शाम करीब चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ होती रही ओर बयान दर्ज होते रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






