झांसी। आज विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति/जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक में पर्यावरण संबंधित किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को जनपद में पर्यावरण सुधार लाए जाने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम/ कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा बायो वेस्ट एवं ई-वेस्ट पर अंकुश लगाए जाए के दृष्टिगत एनजीटी द्वारा जारी नियमावली की जानकारी उपलब्ध कराये और इस हेतु विशेषज्ञों को आमंत्रित करते हुए कार्यशाला आयोजित करें ताकि ईवेस्ट का भी निस्तारण किया जा सके और पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। मुख्य विकास अधिकारी ने नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी असंतोष व्यक्त करते हुए क्षमता संवर्धन को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त अधिशासी अधिकारी अपने क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी ले लें ताकि कार्य योजना तैयार करने में आसानी हो सके। उन्होंने शत-प्रतिशत वार्ड में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त निकायों में प्रतिदिन कितना कचरा इकट्ठा होता है और उसका किस प्रकार निस्तारण किया जाता है की जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद ने निकायवार एमआरएफ की समीक्षा करते हुए नगर पालिका परिषद समथर एवं नगर पंचायत मोंठ में एमआरएफ सेंटर का अधिशासी द्वारा संचालन न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नियमित संचालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की जिसमें सभी प्रकार के वेस्ट शामिल हों इसकी कार्य योजना बनाकर प्रेजेंटेशन दें। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी। ने ताकीद करते हुए समस्त अधिशासी अधिकारियों से कहा की किसी भी दशा में नदियों में नालों का गंदा पानी न जाए, इसे गंभीरता से सुनिश्चित किया जाए। बैठक में नगर पालिका परिषद मऊरानीपुर एवं नगर पंचायत टोड़ी फतेहपुर के अंतर्गत सुखनई नदी में गिरने वाले नालों पर संबंधित अधिशासी अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जल निगम द्वारा एस0टी0पी0 बनाए जाने की डी0पी0आर0 की जानकारी ली और गंदा पानी अथवा कचरा नदी में ना जाए को रोकने के लिए जाल लगाये गये हैं की भी सूचना एवं स्थानों की सूचना उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निकायवार डंपिंग ग्राउंड की भी जानकारी। मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक में मासिक समीक्षा करते हुए क्षेत्र में अंत्येष्टि स्थल का सत्यापन कराए जाने के अतिरिक्त गांव में सॉलिड वेस्ट के निस्तारण की भी जानकारी उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने डीपीआरओ को नदी के घाटों के सौंदर्यीकरण के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोग घाटों का भ्रमण कर सकें। उन्होंने घाटों पर सप्ताहिक अथवा प्रतिदिन गंगा आरती की भी जानकारी प्राप्त की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने स्पष्ट शब्दों में निर्देशित किया कि नगर पालिका, नगर पंचायत एवं नगर निगम में नालों का गंदा पानी किसी भी दशा में नदियों में न जाए। उन्हें टैप करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने उपस्थित अधिशासी अधिकारियों को एसटीपी निर्माण हेतु प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराए जाने के भी निर्देश दिए ताकि गंदे पानी को नदी में जाने से रोका जा सके। बैठक में प्रभागीय वन अधिकारी संजय कुमार मल्ल ने संचालन करते हुए प्रत्येक बिंदु के वेश्याक। की गई कार्यवाही की जानकारी दी। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग राहुल शर्मा, एसीएमओ डॉ महेंद्र कुमार, डीपीआरओ जे आर गौतम, उपायुक्त मनरेगा शिखर श्रीवास्तव,डीआईओएस राजेश कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्रीमती दीपा अरोरा, डीसी मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव, वन निरीक्षक अमित शर्मा,कृषि विभाग,उद्यान विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे ।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






