झांसी। मंडलायुक्त डॉ० अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि आपदा के समय राहत दिलाने के लिए विशेषज्ञ टीम की आवश्यकता होती है, जिसके लिए एन०डी०आर०एफ० का गठन किया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि सहायता समय से पहुंच सके ताकि जानमाल के नुकसान को बचाया जा सके। झांसी मण्डल में कोई इस तरह की आपदा की स्थिति में ग्यारहवी बटालियन, वाराणसी के सब स्टेशन भोपाल से एन०डी०आर०एफ० की टीम के आने का प्राविधान था। भोपाल से झॉसी की दूरी लगभग 350 किमी० है और गोपाल से झाँसी पहुंचने में लगभग 07 से 108 घंटे का समय लग जाता था । मण्डलायुक्त ने बताया कि अब झाँसी को गाजियाबाद स्थित एन० डी०आर० एफ) की 8वीं बटालियन से सम्बद्ध कर दिया गया है. परन्तु गाजियाबाद से झांसी की दूरी लगभग 450 किमी है और मॉकड्रिल के माध्यम से एन०डी०आर०एफ० टीम द्वारा इस दूरी को तय करने में 12 से 13 घंटे का समय लग गया। अतः एन०डी०आर०एफ० की 8वीं बटालियन, गाजियाबाद से झॉसी को राग्बद्ध करने से लाभ मिलने की संभावना कम रह गयीं थी। इस समस्या के समाधान हेतु मण्डलायुक्त, डॉ० अजय शंकर पाण्डेय की पहल पर एन०डी०आर०एफ० की 8वीं बटालियन, गाजियाबाद की एक यूनिट को झांसी में स्थापित करने का निर्णय भारत सरकार द्वारा लिया गया है।इसी क्रम में आज एन०डी०आर०एफ० की 8वीं बटालियन के डिप्टी कमाण्डेंट आदित्य प्रताप सिंह ने झाँसी आकर आयुक्त से उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में भेंट की और मण्डलायुक्त महोदय को अवगत कराया कि झाँसी में एन०डी०आर०एफ० का सब सेण्टर बनाने के लिए तत्काल 10,000 वर्ग फीट जमीन उपलब्ध करायी जाय तथा स्थायी व्यवस्था के लिए भी जमीन उपलब्ध कराये जाने का अनुरोध किया गया। एन०डी०आर०एफ० की 8वीं बटालियन, गाजियाबाद के डिप्टी कमाण्डेंट ने यह भी अवगत कराया कि सब सेण्टर झाँसी में एन०डी०आर०एफ० के 47 जवान रहेंगे तथा जवानों के आवागमन हेतु 2 ट्रक, एक बस एवं छोटे वाहन सब सेण्टर में मौजूद रहेगें। एम०डी०आर०एफ० के जवानों द्वारा बाढ़ आपदा, ध्वस्त इमारतों में खोज सहित बचाव के कार्यों में त्वरित पहुँच कर आपदा के समय विशेष उपयोगी सिद्ध होगें।मण्डलायुक्त डॉ० अजय शंकर पाण्डेय द्वारा जिलाधिकारी झाँसी को निर्देशित किया गया कि भोजला मण्डी या अन्य किसी उपयुक्त स्थान पर झाँसी में एन०डी० आर०एफ० का अस्थायी सब सेण्टर बनाये जाने के लिए एन०डी०आर०एफ० की 8वीं बटालियन को 10,000 वर्ग फीट जमीन तत्काल उपलब्ध करायें तथा स्थायी व्यवस्था हेतु भी जमीन का चिन्हांकन कराकर एक सप्ताह में अवगत करायें ताकि एन०डी०आर०एफ० का समुचितलाभ झाँसी के निवासियों को मिल सके। मण्डलायुक्त की इस पहल की सर्वत्र चर्चा हो रही है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा





