
झांसी। जनपद में लगातार हो रही बारिश के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में जल प्लावन के कारण अधिक समस्याएं हो रही हैं, वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है जिसके दृष्टिगत क्षेत्र के संबंधित लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी एवं प्रधान को संवेदनशील इलाके में 24 घंटे सतर्क दृष्टि बनाए रखे जाने के निर्देश। संवेदनशील एवं प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में राहत शिविरों की व्यवस्था एवं राहत शिविरों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कराए जाने हेतु संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करते सभी तैयारियाँ पूर्ण करने के निर्देश। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कलेक्ट्रेट में जन सुनवाई के दौरान कहा कि मौसम विभाग द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार आगामी 24 घंटे में लगातार वर्षा होने का अनुमान है। वर्षा होने के कारण नदियों, नहरों, नालों का जलस्तर बढ़ने के साथ मध्यप्रदेश के बांधों से पानी छोड़े जाने पर बेतवा व धसान का जल स्तर बढ़ने की पूर्ण संभावना है, जिसके अंतर्गत बेतवा व धसान आदि नदियों के किनारे बसें गांवों में विपरीत स्थितियां उत्पन्न होने की संभावना के दृष्टिगत होने वाली क्षति व नुकसान के बचाव के लिए समस्त तैयारियां पूर्व से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने एसडीएम/ तहसीलदार व कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में हो रही बारिश के कारण दैवी आपदा के अंतर्गत घटित होने वाली घटनाएं जैसे जनहानि, पशुहानी, मकान क्षति एवं फसल क्षति की जानकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान मौके पर स्वयं स्थलीय निरीक्षण करते हुए प्राप्त करना सुनिश्चित करें ताकि शासन के निर्देशों के अनुसार एवं नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करते हुए प्रभावित व्यक्ति को तत्काल राहत वितरण कराना सुनिश्चित किया जा सके।


जिलाधिकारी को जनपद में विगत दो दिवसों में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण क्षेत्र में फसलों के क्षति की जानकारी प्राप्त हो रही हैं, उन्होंने जिला कृषि अधिकारी एवं उप कृषि निदेशक को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए फसल क्षति से प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर सर्वे करने एवं एक सप्ताह में संयुक्त हस्ताक्षरित आख्या उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए ताकि क्षति का आंकलन करते हुए मुआवजा वितरित किया जा सके। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जनपद में लगातार हो रही बारिश एवं जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न होने पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को “दामिनी ऐप” (Damini App) डाउनलोड करवाने का निर्देश दिया, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में बिजली गिरने से होने वाली मौतों की संभावना कम की जा सके। उन्होंने दामिनी ऐप के बारे में विस्तार से बताते हुए ऐप कैसे कार्य करता है कि जानकारी दी। उन्होंने बताया दामिनी ऐप समय से पहले ही बिजली, वज्रपात, ठनका वगैरह की संभावना की सटीक जानकारी देता है. इसके लिए ऊष्णदेशीय मौसम विज्ञान के वैज्ञानिकों ने देशभर में करीब 48 सेंसर के साथ एक लाइटनिंग लोकेशन नेटवर्क स्थापित किया है। इस नेटवर्क के आधार पर ही दामिनी ऐप को विकसित किया गया है, जो 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने के संभावित स्थान की जानकारी देता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नेटवर्क बिजली गिरने का सटीक पूर्वानुमान बताता है कि बिजली की गड़गड़ाहट के साथ ही यह वज्रपात की स्पीड भी बताता है, वज्रपात की पूर्व में जानकारी मिल जाने से जल्द बचाव करते हुए जान-माल को नुकसान से बचाया जा सकता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि वज्रपात की स्थिति में क्या करें, ऐप यह भी बताता है। उन्होंने कहा इस ऐप में नीचे काफी इंफॉर्मेटिव जानकारियां दी गई है. बिजली गिरने पर बचाव कैसे करें, इस बारे में बताया गया है। सुरक्षा के उपाय के अलावा प्राथमिक चिकित्सा संबंधी जानकारी भी दी गई है. बिजली गिरने की घटना इंसानों और मवेशियों के लिए घातक होती है. इसे रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन इससे बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिजली गिरने की स्थिति के बारे में जागरूकता बहुत जरूरी है. दामिनी ऐप के माध्यम से इसका पूर्वानुमान लग जाता है और ऐसे में लोगों के पास पर्याप्त समय होता है कि वे सुरक्षित जगह पर चले जाएं, यानी सतर्क होकर जानमाल की क्षति से समय रहते बचा जा सकता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की नदी किनारे बसें संवेदनशील ग्रामों में बार चौकियों को तत्काल सक्रिय कर दिया जाए। एवं क्षेत्रीय लेखपालों को तैनात करना सुनिश्चित किया जाए नदी के किनारे बसे ग्रामों में आवश्यकतानुसार मुनादी कराए जाने हेतु क्षेत्रीय लेखपाल को चौबीस घंटे सावधान रहने हेतु निर्देशित किया जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने संवेदनशील ग्रामों में नावों, कस्ती नाविक एवं गोताखोर की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। जिलाधिकारी ने जन मानस से अपील करते हुए कहा कि यदि क्षेत्र में कोई समस्या हो तो तत्काल कलैक्ट्रेट स्थित जन सुविधा केन्द्र के कंट्रोल रूम के फोन नंबर 0510-2371100 एंव 2371199 पर तत्काल सूचना दें।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






