
झांसी। पानी को साफ स्वच्छ रखने के लिए मंगवाए जा रहे ब्लीचिंग पाउडर को लेकर पूर्व में जल संस्थान पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है। फिलहाल वह जांच अब बंद हो गई। क्योंकि जो वर्क ऑर्डर बने थे उन्हें निरस्त कर दिया था। अभी यह मामल ठंडा भी नही हुआ की लापरवाही पूर्वक जल संस्थान कार्यालय परिसर में रखा दो लाख कीमत का ब्लीचिंग पाउडर बारिश से भीग साथ ही आग को बुझाने के प्रयास में पूरा गीला हो गया जो अब किसी कार्य का नही बचा। जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह करीब आठ बजे फिल्टर चौराहा स्थित जल संस्थान में लापरवाही पूर्वक रखे ब्लीचिंग पाउडर के ऊपर लगी टीन शेड के ऊपर से निकली विद्युत लाइन में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। वही सुबह चार बजे से भारी बारिश होने के कारण व्लीचिंग पाउडर पूरी तरह से भीग चुका था। इधर आज लगने की सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ी ने आग को बुझाया जिससे पाउडर और गीला हो गया। पानी से भीगने के कारण पाउडर किसी काम का नही बचा। आपको बता दे की जल संस्थान में डेढ़ वर्ष पूर्व ऐसा ही व्लिचिंग पाउडर के दो वर्क ऑर्डर को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की थी। जल संस्थान के महा प्रबंधक कुलदीप ने बताया की पूर्व में जो शिकायत हुई थी वह बंद हो चुकी है। क्योंकि जो एक काम के दो वर्क ऑर्डर बने थे उसे निरस्त कर दिया गया था। इसमें राजस्व का कोई नुकसान नहीं हुआ था। आज आग लगने वाली घटना में उन्होंने बताया की बारिश के मौसम में ब्लीचिंग का ज्यादा उपयोग पानी साफ करने के लिए होता है। इसलिए उसे स्टोक में रखा गया था जो आज की घटना में खराब हो गया। उन्होंने बताया करीब दो लाख कीमत का माल खराब हुआ है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






