Home उत्तर प्रदेश छात्रा के आत्महत्या प्रकरण में दोषियों को बचाने के लिए हॉस्टल एचओडी...

छात्रा के आत्महत्या प्रकरण में दोषियों को बचाने के लिए हॉस्टल एचओडी निर्दोषों को नौकरी से हटा रहा, पीड़ित कर रहे योगी सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग

25
0

झांसी। विश्विद्यालय कैंपस में बने हॉस्टल में छात्रा द्वारा की गई फांसी लगाकर आत्महत्या के बाद से हड़कंप मचा हुआ। मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को हॉस्टल पहुंच कर हंगामा करते हुए दोषी महिला कर्मचारी सुमन एक महिला पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों की सही से जांच में हॉस्टल एचओडी भी फस सकते है। खुद को ओर अपने चहेते कर्मचारी सुमन सहित अन्य को बचाने के लिए मनगढ़ंत कहानी बनाकर होस्टल एचओडी निर्दोष कर्मचारियों की नौकरी छीन कर उन्हे जलील कर भगा रहे। यहां तक की पीड़ितों को बीसी या रजिस्ट्रार से भी शिकायत करने जाने पर रास्ता रोका जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 19 जनवरी को विश्विद्यालय के समता हॉस्टल में छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। इस प्रकरण में अगले दिन आए उसके परिजनों ने हॉस्टल पहुंच कर मोबाइल ऑडियो सीडीआर सहित कई साक्ष्य पुलिस को दिए थे। जिसमे उन्होंने आरोप लगाया था की हॉस्टल में कार्य करने वाली सुमन महिला ओर एक अन्य महिला को मृतक छात्रा की मां रात दस बजे से फोन लगाती रही की उनकी बेटी की तबीयत खराब है, उसे देख लो। लेकिन इन्होंने नही देखा और अवसाद में आकर छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के बयान आरोप पर हॉस्टल कर्मचारी महिला सुमन एक अन्य तथा जांच में घिरने से बचने के लिए हॉस्टल एचओडी निर्दोष कर्मचारियों को जिनकी घटना के समय और घटना के बाद तक ड्यूटी नही थी उन्हे डरा धमका कर अपमानित कर ड्यूटी से निकाल रहे है, जब पीड़ित कर्मचारी अपनी गलती पूछ रहे तो एचओडी कोई गलती नही बता पा रहे ओर उन्हे जलील कर भगा रहे है। सूत्र बताते है आज पीड़ित इस संबंध में बीसी और रजिस्ट्रार से मिलने गए तो एचओडी ने उनका रास्ता रोक लिया और धमका कर भगा दिया है। फिलहाल योगी सरकार एक छात्रा की मौत के प्रकरण में लीपा पोती करना अपराध को बढ़ावा देने के बराबर है।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here