झाँसी। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह के निर्देशन एवं निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एसएस सिंह के मार्गदर्शन में बुन्देलखंड क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के अंतर्गत श्री अन्न पोषक अनाज को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में ग्राम पठाकरका, ब्लॉक बंगरा, मऊरानीपुर जिला झाँसी के 100 किसानों का चयन किया गया। द्वितीय चरण में ब्लाक – बबीना के ग्राम खजराहा बुजुर्ग, सरवा में एक किसान को एक एकड़ के लिए बाजरा की एच एच बी – 67 – 1, ज्वार की सी एस वी – 15 और कोदो की ए टी एल – 1 उन्नत किस्म के बीज दिए गए। इस कृषक गोष्ठी के अनर्तगत श्री अन्न के लाभकारी गुणों से सभी को अवगत करवाया और इनकी खेती करने के लिए प्रेरित किया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. रूमाना खान ने श्री अन्न उत्पादन की उन्नत तकनीकियों की विभिन्न लाभप्रद जानकारी दी। मृदा वैज्ञानिक डॉ अर्पित सूर्यवंशी ने कोदो एवं बाजरा के पोषक अनाजों की खेती के लिए इस क्षेत्र की मृदा सर्वाधिक उपयुक्त है इस पर विस्तार से चर्चा की। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डॉ. आशीष कुमार गुप्ता ने खेत की तैयारी के लिए बुवाई से पूर्व 12 – 15 टन सड़ी गोबर की खाद खेत में डालकर हल से पलट देना चाहिये और वर्षा के प्रारम्भ होते ही कतारों में 2 – 3 से.मी. की गहराई पर बीजों की बुवाई करनी चाहिये। डॉ. सुंदर पाल एवं डॉ. विजय मिश्रा ने भी विभिन्न जानकारियां किसानों को दी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान सहित अनेक किसान उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






