झांसी। जमीन, मकान पर अवैध कब्जों के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के हर जिले में थाना समाधान दिवस लगाना शुरू कर दिया। साथ ही आईजीआरएस पोर्टल की भी सुविधा अपब्ल्ध है। लेकिन इस सब के बावजूद भी फरियादियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। यही नहीं अवैध कब्जों में नगर निगम खुद अपनी संपत्ति को कब्जा मुक्त नही करा पा रही। पीड़ित फरियादी नगर निगम और पुलिस के लगातार चक्कर काट रहा ओर कब्जा धारी मौज मार रहे।जानकारी के मुताबिक सदर बाजार के बंगला नंबर 59 निवासी शुभम अरोड़ा ने नवाबाद थाना के समाधान दिवस में दिए शिकायती पत्र में बताया की गोविंद चौराहा स्थित दुकान नंबर 75/3 उसके पिता के नाम आवंटित है। पिता की वर्ष 2020 में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ही दुकान में ताला पड़ा हुआ है। अभी कुछ समय पूर्व दबंग ने फर्जी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर दुकान का ताला तोड़कर उस पर कब्जा कर लिया जबकि उस दुकान का किराया वह आज तक नगर निगम में जमा कर रहा है। दुकान पर कब्जे की सूचना पर वह पहुंचा तो कब्जाधारियों ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए दुकान खाली करने के लिए आठ लाख रुपए की रंगदारी की मांग की है। पीड़ित के शिकायती पत्र को नवाबाद पुलिस ने जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया। कुछ यही हाल नगर निगम में दी गई शिकायत पर भी नगर निगम ने उसे जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया है। अफसरों की उदासीनता के चलते सरकार के अवैध कब्जा करने वालों पर कार्यवाही के मंसूबे कैसे पूरे होंगे यह सोचनीय विषय है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






