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सेक्टर अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष को नही पहचानते प्रत्याशी, तो हार भी सम्मान जनक होनी चाहिए

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झांसी। लोकसभा 2024 के मतदान की तिथि नजदीक आती जा रही। राजनेतिक गलियारों में अपने अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए कार्यकर्ता नेता दिन रात जुगत लगा रहे है। ऐसे में प्रत्याशी और पार्टी को जीत दिलाने में सबसे अहम भूमिका बूथ अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष की होती है। लेकिन एक पार्टी के नए नवेले प्रत्याशी न तो सेक्टर अध्यक्ष को पहचानते है और न ही बूथ अध्यक्ष को पहचानते है। जब बूथ अध्यक्ष प्रत्याशी से मिलने पहुंचे तो प्रत्याशी ने उल्टा उसी से पूछ लिया आप कौन। यह बात अपने बूथ पर ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने के लिए भरकस प्रयास कर रहे बूथ अध्यक्ष के दिल पर जा लगी। सेक्टर अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष को न पहचान पाने के बाद भी कार्यकर्ता पदाधिकारी अपने प्रत्याशी को सम्मान जनक हार दिलाने के लिए मेहनत कर रहे है।झांसी ललितपुर लोकसभा क्षेत्र में एक पार्टी ने काफी जद्दोजहद के बाद ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, जिसे दिन रात सड़कों पर चलकर आम आदमी को यह बताना पड़ रहा अरे झांसी वालों मुझे पहचानो मैं हूं फला प्रत्याशी, ऐसे में जब प्रत्याशी घोषित हो गया उसके तीन चार दिन तक बैठक न होने पर बूथ अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष अपने पार्टी प्रत्याशी से मिलने उसके कार्यलय पहुंचे। जहां बड़े बड़े दिग्गज नेताओं से घिरे प्रत्याशी को बूथ अध्यक्ष कार्यकर्ता से मिलने का टाइम ही नही था। ऐसे में एक बूथ अध्यक्ष ने प्रत्याशी को रोक लिया तो प्रत्याशी ने उससे पूछ ही लिया आप कौन, ओर कहते कहते चार पहिया गाड़ी में बैठ कर निकल पड़े। यह बात सुनकर बूथ अध्यक्ष और वहां मौजूद सेक्टर अध्यक्ष मायूस हो गए। कार्यलय में आपस में बैठ चर्चा करने लगे कि आखिर पार्टी ने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है तो उस प्रत्याशी ने नामांकन भी दाखिल कर दिया चार दिन गुजर गए इसके बावजूद आज तक बूथ अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष को नही पहचान पा रहे न ही प्रत्याशी ने कोई सम्मेलन बुलाया जिसमे बूथ अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कोई रणनीति बनाई। वही कार्यकर्ता ने प्रत्याशी के कार्यलय में बैठे खास लोगों को बताया कि प्रत्याशी को कुछ लोग गुमराह कर रहे है। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जब तक समंजस नही बैठाएंगे जीत कैसे होगी। उन्होंने कहा कि हमारा काम है बूथ पर वोट डलवाना तो हम डलवायेंगे लेकिन नेता प्रत्याशी को गुमराह तो नही करे हार हो भी रही है, लेकिन हम लोग सम्मान जनक स्थिति पर पहुचाएंगे ताकि शर्मनाक हार न हो। इतने के बावजूद प्रत्याशी किसी को नही पहचान रहे और अंधेरी रातों में, चौराहों पर पहुंच कर लोगों को बता रहे अरे भाई मुझे पहचानो में में हूं पार्टी का प्रत्याशी। फिलहाल कार्यकर्ता और बूथ अध्यक्ष के द्वारा लगाए गए आरोपों पर लगता है कि चापलूस नेताओं की जकड़ में प्रत्याशी हवा में ही उड़ जायेंगे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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