
झांसी। झांसी स्थित हार्टफुलनेस केंद्र में रविवार को हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड कमलेश डी. पटेल, जिन्हें लोग दाजी के नाम से भी जानते हैं, का ज़ोरदार स्वागत किया गया। संस्था के सदस्यों ने हार्टफुलनेस केंद्र में स्वागत की पूरी तैयारियां की हुई थीं। दाजी सुबह 11 बजे मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से झांसी पहुंचे और उन्होंने शाम को हार्टफुलेस के झांसी केंद्र सामूहिक सत्संग कराया, जिसमें केंद्र में मौजूद लोगों के साथ-साथ ऑनलाइन लाखों लोग शामिल हुए। दाजी, हार्टफुलनेस और श्री राम चंद्र मिशन के वर्तमान अध्यक्ष हैं एवं झांसी में यह उनका पहला आगमन है। कुछ समय पहले भारत सरकार ने आध्यात्मिकता के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया है। ध्यान-सत्र के बाद दाजी ने सभा में मौजूद लोगों को संबोधित किया और उन्हें भौतिकता एवं आध्यात्मिकता के दो पंखों पर उड़ने की सलाह दी। उन्होंने संस्था के सदस्यों औऱ अन्य जिज्ञासुओं के प्रश्नों के भी जवाब दिए। दाजी ने आधुनिक जीवन की समस्याओं के समाधान में हार्टफुलनेस ध्यान के महत्व को रेखांकित करते हुए, सभी को इसका अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया। दाजी, मध्य प्रदेश के एकात्म अभियान की सफलता के अवसर पर पूरे मध्य प्रदेश के भ्रमण पर हैं। एकात्म अभियान के अंतर्गत मध्य प्रदेश में 1 करोड़ 10 लाख लोगों को हार्टफुलनेस ध्यान का अनुभव प्रदान किया गया है। यह अभियान मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से चलाया गया था।इस अवसर पर अनुपम अग्रवाल, रीजनल फैसिलिटेटर, हार्टफुलनेस उत्तर प्रदेश ने जानकारी दी कि हार्टफुलनेस, श्री राम चंद्र मिशन की सहयोगी संस्था है, जो दुनिया भर में आध्यात्मिकता के प्रसार के लिए निःशुल्क सेवाएं प्रदान करती है। वर्तमान में, 160 से ज़्यादा देशों में हार्टफुलनेस की पहुंच है, और 50 लाख से ज़्यादा लोग हार्टफुलनेस की सरल तकनीकों का अभ्यास करके अपने जीवन में सकरात्मक बदलाव महसूस कर रहे हैं। हार्टफुलनेस की सरल लेकिन कारगर तकनीकों का अनुभव कोई भी व्यक्ति कर सकता है। इस संस्था के 15 हज़ार से ज़्यादा प्रशिक्षक जिज्ञासुओं को अपनी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करते हैं और इस पद्धति में किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं देना होता है। कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए संजय सहगल, निदेशक, जन संपर्क, हार्टफुलनेस ने कहा कि हार्टफुलनेस ध्यान सभी के लिए है, और इससे कोई भी अपने भीतर सकारात्मक बदलाव महसूस कर सकता है। उन्होंने झांसी के हार्टफुलनेस ध्यान केंद्र में सभी को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि हार्टफुलनेस हृदय पर ध्यान करने की एक अत्यंत सरल तकनीक है, जिसके कुछ समय के अभ्यास से ही लोगों को अच्छे परिणाम मिलने शुरु हो जाते हैं। हार्टफुलनेस का वैश्विक केंद्र हैदराबाद के पास कान्हा शांतिवनम में स्थित है, जहां दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन केंद्र स्थित है। इस मेडिटेशन सेंटर में 1 लाख लोग एक साथ ध्यान कर सकते हैं। हार्टफुलनेस की शुरुआत 1945 में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हुई थी। इसकी स्थापना श्री राम चंद्र जी महाराज ने की थी, जिन्हें लोग प्यार से बाबूजी भी कहते हैं।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






