झांसी। घर के अलमारी में सजे भगवान की तस्वीरों ओर पूजा की सामग्री को घर से बाहर निकाल कर चौराहे पर छोड़ कर चला गया एक यूपी पुलिस का इंस्पेक्टर। इंस्पेक्टर का कहना है कि अब उसे भगवान की जरूरत नहीं। उनका कहना है कि उसकी न्याय की लड़ाई में उसके साथ कोई नहीं। धर्म की रक्षा करने वाले भगवान भी उसकी मदद नहीं कर रहे इसलिए अब वह मंदिर में पूजा पाठ नहीं करेगा और तस्वीरों को छोड़ कर चला गया। झांसी जनपद पुलिस विभाग में तैनात सस्पेंड चल रहे इंस्पेक्टर मोहित यादव ने आज अपने घर से मंदिर में रखी भगवानों की तस्वीरों ओर पूजा की सामग्री निकाल कर चौराहे पर छोड़ कर चला गया। इस पर इंस्पेक्टर से पूछने पर उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में उसके साथ अन्याय हो रहा है। उसका उत्पीड़न करने के लिए उसकी जबरन जांच खोली जा रही है, उसके साक्ष्य नहीं लिए जा रहे है। उसका कहना है कि निर्दोष को जब न्याय नहीं मिलता तो उसकी आस भगवान पर होती है, उसका कहना है कि जब भगवान ही उसे न्याय नहीं दिला पा रहे है। ऐसे माहौल में जब भगवान ही धर्म की रक्षा नहीं कर पा रहे है तो उनकी पूजा भी नहीं करनी है। उसका कहना है कि न्याय नहीं मिलने पर सनातन संस्कृति अपनाने से क्या फायदा। आपको बता दे कि यह वही इंस्पेक्टर है जिन्होंने कुछ दिन पूर्व इलाईट चौराहे पर चाय बेचने का काम किया था। आपको बता दे 14 जनवरी को पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक से मारपीट करने के आरोप में इन्हें सस्पेंड किया गया था।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






