Home उत्तर प्रदेश पतियों से पीड़ित युवतियां बनी आत्मनिर्भर, पैसे कमाने को अपनाया अनोखा अंदाज

पतियों से पीड़ित युवतियां बनी आत्मनिर्भर, पैसे कमाने को अपनाया अनोखा अंदाज

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झांसी। अक्सर ससुराल या फिर पति से पीड़ित महिलाएं, युवतियां अपना ओर बच्चों का पेट पालने को पैसे के अभाव में किसी न किसी पर निर्भर होती है, या फिर प्राइवेट नौकरी में किसी न किसी के जुल्मों का शिकार भी होती है। लेकिन ऐसा नहीं कि हर प्राइवेट संस्था में काम करने वाली महिला या युवती का उत्पीड़न हो। लेकिन इस कलयुग में आखिर विश्वास किस पर किया जाए यह समझ से परे होता है। जब एक लड़की की शादी कर दी जाती है, ससुराल पहुंचते ही कुछ महिलाएं, ससुराल पक्ष/पति बहु के बीच ऐसे तनाव पैदा हो जाते है कि उत्पीड़न और मानसिक तनाव से त्रस्त लड़की जब अपने मायके पहुंचती तब उसे मायके में पत्नी धर्म बताते हुए वही जाने की सलाह दी जाती है।

शादी के बाद ससुराल में लड़की को वह सब कुछ झेलना पड़ता है, जिसे भारतीय कानून स्वीकार नहीं करता। आज झांसी की सड़कों पर कुछ अलग ही अंदाज में पतियों से उत्पीड़ित कर घर से निकाली गई तीन युवतियों अनोखा अंदाज देखने को मिला। जहां पतियों से पीड़ित तीनो युवतियों ने भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर बनने वाली सलाह मानी अपने ओर बच्चों का पेट पालने के लिए किसी पर आत्मनिर्भर न हो इसके लिए उन्होंने अनोखा अंदाज चुना। तीनो युवतियों ने आपसी ताल मेल बनाया एक दूसरे को सोशल मीडिया से खोजकर दोस्ती कर शोशल मीडिया पर तीनो ने अपने नाम से यूट्यूब चैनल बनाकर झांसी की सड़कों पर कभी किन्नर, कभी भिखारी तो कभी अलग अंदाज में भीख मांग कर, दुआएं देकर, रील बनाते हुए पैसे कमाना शुरू कर दिया है। इनका उद्देश्य किसी से पैसे मांगना नहीं बल्कि शोशल मीडिया पर रिल बनाकर फेमस होना ओर यूट्यूब/इंस्टाग्राम से पैसे कमाना है। इनका यह अंदाज देख लोगों की सड़कों पर भीड़ जुट जाती है। पूछने पर एक युवती झांसी के शिवाजी नगर निवासी रिंकी नागर ने बताया कि दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। लेकिन पति द्वारा शराब पीकर मारपीट उत्पीड़न कर उसे व बच्चे को घर से निकाल दिया। इसी प्रकार पूजा राठौर ने बताया कि वह गाजियाबाद की रहने वाली है और उसका विवाह झांसी के मऊरानीपुर में हुआ था। विवाह के एक साल बाद पति ने उसे व बच्चे को छोड़ कर दूसरी शादी कर ली। वही आगरा निवासी बेबी ने बताया कि उसके पति ने भी दूसरी शादी कर ली। तो उन तीनों ने मिलकर यह शोशल मीडिया पर रिल बनाकर पैसे कमाने का काम शुरू कर दिया। उनका कहना है कि वह अपने पति और ससुरालियों को बताना चाहती है कि जरूरी नहीं कि ससुराल और पति से उत्पीड़ित महिला को अपना ओर अपने बच्चों का पेट पालने के लिए किसी ओर पर निर्भर होना पड़े या मजदूरी करनी पड़े। इसके अलावा यह तीनो युवतियां अपने यूट्यूब चैनल माध्यम से उन सभी महिलाओं युवतियों जागरूक करने का काम कर रही जो अपने ससुराल और पति द्वारा उत्पीड़ित है। वह उन्हें बताना चाहती है कि आत्मनिर्भर वनों और उत्पीड़न करने वालों को दिखा दो की वह भी मर्दों से कम नहीं वह अपने परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम है।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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