झांसी। देर रात रक्सा थाना क्षेत्र से इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी का अपहरण हो गया। परिजनों से घटना के एक घंटे बाद फोन कर डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी। फिरौती का फोन आने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। अपहरण की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए अपहृत को सकुशल एरच नदी के पास से बरामद कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही आखिर पूरा माजरा गया है। जानकारी के मुताबिक रक्सा थाना क्षेत्र के कस्बा में रहने वाले माधव मोहन उर्फ आशीष गुप्ता की रक्सा के मैन बाजार में गुप्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से दुकान है। प्रतिदिन की तरह सोमवार को देर रात माधव ने दुकान बंद की। इसके बाद वह घर नहीं पहुंचा। रात करीब साढ़े नौ बजे माधव उर्फ आशीष के मोबाइल से इसके परिजनों के मोबाइल पर फोन आया कि आशीष हमारे कब्जे में है, अगर सकुशल चाहते हो तो डेढ़ करोड़ रुपए की व्यवस्था कर लो। माधव के अपहरण की बात सुनकर परिजनों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तत्काल पूरी जानकारी रक्सा थाना प्रभारी परमेंद्र सिंह को दी। पुलिस ने बिना समय गवाए घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए सीसीटीवी फुटेज चैक किए। जिसमें माधव अपनी दुकान बंद कर पास में स्थित मिठाई की दुकान पर बाइक से गया, इसके बाद वह नहीं दिखा। पुलिस ने मिठाई की दुकान के पास से उसकी बाइक भी बरामद कर ली। इधर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी। तभी मंगलवार की सुबह एक किसान ने माधव के पिता के मोबाइल पर उसकी बात कराई जिसमें किसान ने बताया कि माधव यहां नदी के पास घायल अवस्था में पड़ा है, इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। पुलिस तत्काल एरच के लिए रवाना हो गई। सूत्र बताते है कि पुलिस ने माधव को सकुशल बरामद कर लिया लेकिन उसका मोबाइल फोन अभी भी अपहरण कर्ताओं के कब्जे में है, जो हर एक दो घंटे में मोबाइल स्विच ऑफ ओर ऑन कर रहे। अचंभे की बात यह है कि माधव की सकुशल बरामदगी के बाद भी अपहरण कर्ताओं ने उसके मोबाइल से पिता को फोन लगाकर रूपयो की मांग की है। सूत्र बताते है कि पुलिस इसे पहले कुछ ओर ही मान रही थी। लेकिन माधव का घायल अवस्था में एरच में मिलना और मिलने के बाद भी उसके मोबाइल से परिजनों से रूपयो की मांग करना पुलिस के लिए बड़ी सिरदर्दी पैदा कर रहा है। फिलहाल पुलिस सर्वेलेंस का सहारा लेकर घटना की सत्यता तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा





