झांसी। आज जिलाधिकारी रविंद्र कुमार द्वारा ग्राम रामनगर विकास खण्ड चिरगांव में निर्मित गौशाला का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को गौशाला की प्रॉपर साफ-सफाई के भी निर्देश दिए उन्होंने पेयजल आपूर्ति और शेड का समुचित इंतजाम करने के निर्देश देते हुए कहा कि गोवंश को किसी भी दशा में पेयजल/भूसा की कमी ना हो। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्राम में मनरेगा के होने वाले कार्यों की जानकारी ग्रामीण जनों को मुनादी के माध्यम से या ग्राम सभा की खुली बैठक के दौरान देना सुनिश्चित किया जाए ताकि ग्रामीण जनों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध हो। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी इच्छुक व्यक्ति मनरेगा में कार्य करना चाहते हैं उनका जॉब कार्ड बनाते हुए श्रम विभाग में उन्हें पंजीकृत किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने गौशाला का भ्रमण करते हुए कहा कि जनपद की समस्त गौशालाओं को भूसा एवं हरे चारे के लिए आत्मनिर्भर बनाने हेतु गौशाला की खाली पड़ी भूमि अथवा गोचर की भूमि पर नेपियर घास लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने गौशाला में वर्मी कंपोस्ट भी बनाए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 05 माह के लिए भूसा करना सुनिश्चित करें ताकि वर्षा काल में गोवंश के लिए खुशी की कमी ना हो। जिलाधिकारी ने ग्राम रामनगर में स्थित अस्थाई गौशाला का निरीक्षण किया, मौके पर गौशाला में टीन शेड को और बेहतर करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि एक अतिरिक्त शेड की भी व्यवस्था की जाए ताकि अधिक से अधिक गोवंश को संरक्षित किया जा सके । उन्होंने गायों को भूसा खाने हेतु बने हौदे में भरे भूसे का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित लेखपाल से उपलब्ध सरकारी/गौचर की भूमि के संबंध में जानकारी ली और ग्राम सचिव को निर्देश दिये कि उपरोक्त सरकारी भूमि में मनरेगा के अन्तर्गत सुरक्षा खाई खोद कर एवं बाउण्ड्री पर पौधे लगाकर भूमि पर कांटारहित नागफनी, नेपियर घास एवं फॉडर सुगर केन लगाई जाये। जिससे लंबे समय तक गायों के लिये हरा चारा प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने पेयजल की व्यवस्था के संबंध में खण्ड विकास अधिकारी से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी ने बताया गया कि पेयजल हेतु सबमर्सिबल लगा हुआ है। गायों के लिये पेयजल की कोई समस्या नहीं है। विगत वर्ष में माह मई-जून में भी उक्त सबमर्सिबल से पेयजल प्राप्त होता रहा है। इसके उपरान्त उन्होंने गौशाला में उपलब्ध गोबर के संबंध में निर्देश दिये कि गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जाये तथा कम्पोस्ट को किसानों को देकर उनसे भूसा/चारा प्राप्त किया जाये। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने गौशाला में ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करते हुए समुचित साफ-सफाई किए जाने के निर्देश दिए। भ्रमण के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शाहिद अहमद, एसडीएम जितेंद्र कुमार, खंड विकास अधिकारी श्रीमती कविता चहर सहित ग्राम प्रधान, सचिव सहित अन्य ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






