झांसी। भ्रष्टाचार की तमाम शिकायते मिलने पर जिलाधिकारी ने छापेमारी के दौरान नौ युवकों को रजिस्ट्रार कार्यालय से पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था। देर शाम सब रजिस्ट्रार द्वारा सात युवकों के खिलाफ तहरीर देकर दो को क्लीनचिट दे दी। इससे पूरी कार्यवाही संदेह के घेरे में आ खड़ी हो गई। एक ओर जिलाधिकारी सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे। वही उन्होंने के अफसर जिलाधिकारी के प्रयासों पर पानी सा फेर रहे है।जानकारी के मुताबिक गुरुवार को जिलाधिकारी रविंद्र, ने अपनी टीम के साथ पुरानी तहसील स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय में निरीक्षण कर छापरमारी की। इस दौरान टीम ने सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ ओर अवैध तरीके से लोगों से रूपया लेकर सरकारी कार्य कराने की बात करते हुए नौ युवकों को पकड़ा था। जिन्हे नवाबाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। देर शाम उप निबंधक विवेक कुमार ने सात युवक सूरज पुत्र लक्ष्मण निवासी ग्राम भोजला, विशाल सेन, यश सविता निवासी शिवाजी नगर, फरहान खान निवासी पुरानी नझाई, अल्फाज निवासी अलीगोल, इमरान खान निवासी दतिया गेट, संदीप साहू निवासी रक्सा के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की छवि धूमिल करने ओर आम जन से सरकारी कार्य कराने के एवज में रूपयो की मांग करने के आरोप में शिकायती पत्र नवाबाद पुलिस को दिया। जिस पर नवाबाद पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ धारा 384,419.420 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। लेकिन उप निबंधक द्वारा सात लोगों के खिलाफ दी गई तहरीर रिपोर्ट में दो लोगों के नाम बचाने पर जिलाधिकारी द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही को चर्चाओं में खड़ा कर दिया है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






