झांसी। मण्डलायुक्त झांसी मण्डल झांसी बिमल दुबे व पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने जिलाधिकारी अविनाश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस की मौजूदगी में तहसील मऊरानीपुर के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस में मण्डलायुक्त ने जन शिकायतों को गम्भीरता पूर्वक सुनकर उसका निस्तारण सम्बंधित अधिकारियों को ससमय गुणवत्तापूर्ण ढंग से करने के निर्देश देते हुए कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण संवेदनशीलता से किया जाना सुनिश्चित किया जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने निस्तारण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए फील्ड ऑफिसर पर भी कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने कहा कि शासन की मंशा है कि जन शिकायतों का निस्तारण अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्ता पूर्ण ढंग से करते हुए शिकायतकर्ता को पूर्ण रूप से संतुष्ट किया जाए साथ ही निस्तारण के सम्बंध में फीडबैक भी लिया जाए। उन्होंने कहा कि मंडल आइजीआरएस प्रकरण में प्रदेश में अभी बहुत पीछे है, पोर्टल की शिकायतों को गंभीरता से निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने तहसील में आए फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागों के अधिकारियों को सौंपते हुए निर्देशित कि संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों को समय पर एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता बरतते है तो उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद में पुलिस व राजस्व की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निस्तारण करना सुनिश्चित करेंगे। मण्डलायुक्त बिमल दुबे ने संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को ताकीद करते हुए कहा कि बायोमैट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित होने के पश्चात ही माह अगस्त में वेतन आहरण किया जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागाध्यक्षों को निर्देशित करते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से कार्यालय में बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाए। पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि पुलिस विभाग के पास जो भी फरियादी अपनी समस्या लेकर आए उसकी सुनवाई व समाधान अवश्य ही करें साथ ही दोनो पक्षों को दो दिन पूर्व सूचना देकर सम्पूर्ण थाना दिवस बुलाया जाए और समाधान कराया जाए, फरियादी संतुष्ट हो जाए और उन्हें दोबारा शिकायत करने की जरूरत न पड़े । उन्होंने कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले बिंदुओं में से एक है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता न बरती जाए। तहसील मऊरानीपुर सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने भूमि संबंधित शिकायतें प्राप्त होने पर नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने पुलिस विभाग और राजस्व विभाग को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए ताकि भूमि संबंधित विवादों का सख्ती से निस्तारण किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयसीमा और गुणवत्ता के साथ किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट होना भी सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने तहसील मऊरानीपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस पर में आए भूमि सम्बन्धित/अवैध कब्जों की शिकायतों के निस्तारण के संबंध में कहा कि सभी राजस्व कर्मी एवं लेखपाल अपने मूल कार्यो में रुचि लें और अपने क्षेत्र में जाये तथा सेक्टर आदि की स्वयं नाप करें ताकि भूमि विवाद उत्पन्न ही ना हो। उन्होंने समस्त लेखपालों को निर्देश दिए कि गलत ढंग से भूमि पर कब्जा करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करते हुए गैंगस्टर की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मऊरानीपुर को को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रावण मास। के दृष्टिगत नगर में साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, इसके अतिरिक्त मंदिरों के आसपास भी साफ सफाई रहे। उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने पर नोटिस दिए जाने के साथ सख्त कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित किया जाए। इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय, डीएफओ जे बी शेंडे, एसडीएम गोपेश तिवारी, पीडी डीआरडीए राजेश कुमार, तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी पुलिस सहित समस्त विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा



