झांसी। दतिया गेट बाहर स्थित श्री संत की बगिया में आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा ज्ञानयज्ञ के समापन दिवस पर श्रद्धालुओं ने दिव्यता और भक्ति का अद्भुत संगम अनुभव किया। प्रयागराज से पधारे प्रतिष्ठित कथा वाचक पं. चंद्रबिहारी तिवारी शास्त्री जी ने ब्यास पीठ से लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध, लक्ष्मण शक्ति एवं रावण वध की मार्मिक कथा का भावपूर्ण वर्णन किया।शास्त्री ने कथा के माध्यम से श्रीराम के आदर्शों और रावण के अंत के गूढ़ संदेश को स्वर और शब्दों में पिरोकर उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत श्रीराम के भजनों ने वातावरण को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। यह पावन आयोजन 7 मई से प्रारंभ होकर भक्ति, श्रद्धा और दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ।समापन अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी सुजीत चतुर्वेदी ने श्रीरामचरितमानस की पूजा अर्चना कर पं. शास्त्री जी का विधिवत माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया।इस भव्य आयोजन में श्रीमती राम कुमारी, मीना कुमारी, शशि गोस्वामी, आशा, सुनीता चतुर्वेदी, पुष्पा, गंगा, वती, मिथिलेश, शोभा, आचार्य पं. भैयालाल पांडे, पुरुषोत्तम सरवरिया,जगदीश प्रसाद दांगी, घनश्याम कुशवाहा (संचालक), पं. दुर्गा प्रसाद चौबे (मंदिर पुजारी), आदित्य चतुर्वेदी, लक्ष्मीनारायण जोशी, मुन्ना साहू, सोहन साहू, तोताराम साहू, आशीष,शिवांश सरवरिया सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और धर्मप्रेमी उपस्थित रहे।रामकथा परीक्षित मोहन साहू ने समस्त श्रद्धालुओं, सहयोगियों और भक्तों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






