झांसी। भले ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मुफ्त चिकित्सा सुविधा जनता को देने के लिए कितने भी भरकस प्रयास कर ले। लेकिन सरकारी अस्पतालों में जमे डॉक्टर सरकार के जनहित के प्रयासों पर पानी फेरते हुए अपनी मन मर्जी में लगे हुए है।झांसी जिला अस्पताल में सरकारी डॉक्टर की मनमर्जी का जीता जागता उदाहरण देखने को मिला। जहां अपने मासूम बच्चे के पैर में बंधा प्लास्टर उसके मां पिता खोलते नजर आए। जब उनसे पूछा गया की डॉक्टर से क्यों नही खुलवा रहे प्लास्टर ऐसे तो बच्चे की कोई हड्डी को भी नुकसान पहुंच सकता है। तो उनका कहना था डॉक्टर ने ही कहा है की प्लास्टर आप खोल कर लाइए तब हम देखेंगे।बुधवार को जिला अस्पताल में एक दंपत्ति अपने दुग्ध मुंह बच्चे को लेकर पहुंचे। बच्चे के पैर में प्लास्टर बंधा था और दर्द से काफी कराह रहा था। प्लास्टर खुलवाने और पैर को दिखाने जैसे ही दंपत्ति बच्चे को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हे यह कह कर चैंबर से बाहर निकाल दिया की जाओ पहले इसका प्लास्टर खोल कर लाओ। दंपत्ति जिला अस्पताल परिसर में बच्चे के पैर का प्लास्टर खोल रहे थे उसी दौरान एक समाज सेवी ने जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी जो मुफ्त की तनख्वाह लेने का कार्य कर रहे ओर काम कुछ नही करते ऐसे कृत्य की वीडियो बनाकर शोशल मीडिया पर वायरल की। आपको बता दे की जब से उत्तर प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक स्वास्थ्य मंत्री बने वह लगातार जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का निशुल्क लाभ दिलाने का प्रयास कर रहे ओर गड़बड़ी करने वाले सरकारी डॉक्टर कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही कर रहे। उसके बावजूद भी कोई सुधार होने का नाम नहीं ले रहा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






