झांसी। कभी जमीन के कारोबार में नंबर एक की जोड़ी कहे जाने वाली ओर समाजसेवा में सबसे पहले तैनात रहने वाले नत्थू कुशवाह ओर दिलीप पांडे में इन दिनों जमीन के कारोबार को लेकर मुकदमों की जंग छिड़ गई। समाजसेवा में नत्थू कुशवाह हो या दिलीप पांडे दोनो ही किसी भी अंजान परेशान, पीड़ित हो या किसी गरीब कन्या का विवाह सबसे पहले आकर अपनी समाजसेवा की जिम्मेदारी में अहम भूमिका निभाने वाले है। इन मुकदमे बाजी में दोनो में किसने किसका कितना नुकसान किया। यह तो एक निष्पक्ष जांच एजेंसी की जांच से ही स्पष्ट होगा। लेकिन अभी फिलहाल दोनों में जमीन को लेकर मुकदमों को जंग छिड़ी हुई है। इस जंग का मजा कुछ असामाजिक तत्व बड़े मन से उठा रहे है। असामाजिक तत्व भी योजनाबद्ध तरीके से दो गुटों में बंट कर एक दूसरे की छीछालेदर करने में जुटे है। लेकिन दोषी कौन है यह पुलिस की जांच से स्पष्ट होगा। फिलहाल अराजक तत्वों ने अपने अपने संसाधनों से दोनों को जमीन माफिया घोषित कर दिया। लेकिन अभी किसी को जमीन माफिया कैसे घोषित कर दिया जाए जब तक पुलिस की जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती। आपको बता दे कि श्री शिव परिवार लोक कल्याण संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष पंचवटी कॉलोनी निवासी नत्थू कुशवाह ने न्यायालय के आदेश पर थाना शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि दिलीप पांडे और उनके साथियों ने उन्हें रोक कर गाली गलौज करते हुए मारपीट कर बीस हजार रुपए जेब से निकाल कर एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी है। साथ ही धमकी दी है कि अगर एक करोड़ रुपए नहीं दिए तो वह उनका जीना हराम कर देंगे। न्यायालय ने पुलिस को आदेशित किया था कि 173/4 के तहत प्रथम सूचना दर्ज कर निष्पक्ष जांच के लिए किसी अन्य थाना पुलिस से जांच करा कर न्यायालय को अवगत कराए। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। वहीं दिलीप पांडे ने न्यायालय में आवेदन देते हुए बताया कि नत्थू कुशवाह ओर उनके साथियों ने उनके साथ गलौज करते हुए दस लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। न्यायालय ने थाना शहर कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया है कि वह प्रथम सूचना 173/4 में दर्ज कर न्यायालय आख्या से न्यायालय को अवगत कराए।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


