झांसी। शुक्रवार को झांसी स्थित मंदिरों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन केंद्रीय अध्यक्ष राष्ट्रभक्त संगठन एवं प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय संघ सुरक्षा परिषद अंचल अड़जरिया के नेतृत्व में जिलाधिकारी और नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया की झांसी में पहुंच नदी के आसपास सरकारी जमीन पर चारों ओर कब्जा है। नगर निगम के द्वारा भी कुछ लोग भूमाफिया घोषित हैं। उन्होंने पहुंच नदी की आसपास की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाकर ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। वही उन्होंने बताया की प्राचीनतम लहर की देवी मन्दिर जहां आल्हा ऊदल पूजा करने आते थे। वहां लगी जमीन की वाउण्ड्री बॉल को भूमाफियाओं की शिकायत पर नगर निगम द्वारा बाउण्ड्री विध्वंस की गयी है। ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए साथ ही कठोर कार्यवाही की जाए। झांसी में मेंहदीबाग मन्दिर की भूमि पर भी लोगों ने कब्जे कर रखे हैं। एकमात्र साधू सेवी स्थान मेंहदीबाग रामजानकी मन्दिर झांसी है जिसका एक आश्रम अयोध्या में भी मौनी माझा मौनी बाबा के नाम से हैं। उक्त भूमि पर किये हुए कब्जे भी हटवाने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया कि जहां सनातन संस्कृति विरासत को बढ़ाते हुए अयोध्या में प्रभू श्रीराम की जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को है। वहीं झांसी स्थित मां लहर की देवी मन्दिर में भी दिनांक 22 जनवरी को उसी शुभ महूर्त में सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के अन्दर श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित है। ऐसे समय पर की गयी यह कार्यवाही आम हिन्दू जनमानस को भड़काने वाली ठेस पहुंचाने वाली व भावनाओं को आहत करने वाली व सनातन संस्कृति का अपमान करने वाली है। ज्ञापन देते हुए राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद एवं राष्ट्रभक्त संगठन ने ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। इस दौरान राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अड़जरिया, डॉ0 अंजनी कुमार श्रीवास्तवप्रदेश प्रवक्ता, महंत मोहन गिरी महाराज जिलाध्यक्ष, प्रमुख रूप से जूना अखाड़ा सहित अखाड़े के साधु संत महंत एवं संगठन के शैलेंद्र खरे कोमल अरपेश शर्मा राहुल दीपक सीताराम प्रतीक कश्यप भानु प्रदीप गोलू सोनू आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






