
झांसी। कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय के कुशल निर्देशन में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी को उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UPCST) से 13.86 लाख रुपये की शोध परियोजना स्वीकृत हुई है। यह परियोजना तीन वर्षों तक संचालित होगी। इस परियोजना का शीर्षक “दलहनी एवं तिलहनी फसलों में बीज जनित, मृदा जनित एवं पर्ण रोगों के एकीकृत प्रबंधन हेतु बायोकंट्रोल एजेंट्स के फॉर्मुलेशन का विकास एवं उत्पादन” है। परियोजना का संचालन प्रधान अन्वेषक डॉ. राजेश कुमार पाण्डेय सहायक आचार्य वनस्पति विज्ञान तथा सह-अन्वेषक डॉ. अवनीश दुबे सहायक आचार्य कृषि विज्ञान संस्थान एवं डॉ. जय नारायण तिवारी सहायक आचार्य कृषि विज्ञान संस्थान के नेतृत्व में किया जाएगा। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि इस शोध के माध्यम से रासायनिक कीटनाशकों पर निर्भरता कम होगी तथा पर्यावरण अनुकूल तकनीक से किसानों को दलहनी एवं तिलहनी फसलों में रोगों से बेहतर संरक्षण मिलेगा। डॉ. दुबे ने कहा कि इस तकनीक से न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि मृदा स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहेगा। वहीं डॉ. तिवारी ने कहा की इस परियोजना से किसानों की लागत घटेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी। परियोजना के सफल क्रियान्वयन से बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों को टिकाऊ कृषि तकनीक उपलब्ध होगी, जो आने वाले समय में फसल उत्पादकता और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायक सिद्ध होगी।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


