झाँसी। रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर रोड, झाँसी के प्रांगण में प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित बुंदेलखण्ड में श्री अन्न (पोषक अनाजों) एवं कृषि निर्यात क संभावनाएं विषय पर बुंदेलखण्ड किसान मेला एवं दो दिवसीय कृषि प्रर्दशनी लगाई गई। इस मेले की शुरुआत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 98 वें मन की बात का सीधा प्रसारण मेले में आए सभी प्रतिभागियों एवं किसानों के मध्य प्रसारित किया गया। मेले का विधिवत शुभारम्भ एवं उद्घाटन मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही कृषि मंत्री, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उत्तर प्रदेश सरकार, सांसद झाँसी ललितपुर अनुराग शर्मा, कुलपति कृषि विवि झाँसी, डाॅ. अशोक कुमार सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, नगर जिला अध्यक्ष भाजपा मुकेश मिश्रा, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अयोध्या, कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह, बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एन.पी. सिंह, कुलपति, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी डाॅ. मुकेश पण्डे, अपर निदेशक कृषि अरविंद सिंह ने दीप का प्रज्ज्वलन के साथ किया। सभी अतिथियों का स्वागत भाषण एवं मेले की विस्तृत जानकारी अधिष्ठाता, कृषि डॉ एसके चतुर्वेदी, ने दी। इस मेले में विश्वविद्यालय के विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा आगामी खरीफ की फसलों के वैज्ञानिक खेती के लिए तकनीकी के विभिन्न व्याख्यान दिए। बुंदेलखंड कल्चरल सोसायटी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। सूर्य प्रताप शाही कृषि मंत्री, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उत्तर प्रदेश सरकार, ने भारत माता की जयघोष के साथ अपने संबोधन में बुंदेलखण्ड में श्री अन्न (पोषक अनाजों) एवं कृषि निर्यात की संभावनाएं विषय पर कृषि विवि झाॅसी ने अभूत पूर्व प्रयास किया है। प्रथम बार मेला एवं प्रदर्शनी लगाए जाने पर कुलपति डाॅ. अशोक कुमार सिंह को वधाई दी। इस मेले का अनुपम प्रयास किसानों के लिए अच्छा साबित होगा। किसानों से आधुनिक खेती प्रशिक्षण, अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन, भूमि में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा एवं ढैंचा, हरी खाद के उपयोग पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरतों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश क्षेत्रों में जायद की खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि किसान खेती के माध्यम से अपनी आय को बढ़ा सके और मृदा परीक्षण कर खेती करें। इस मौके पर किसान मेले में उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश के 11 प्रगतिशील किसानों को दलहन, तिलहन, मत्स्य पालन, बीज उत्पादन, बेर एकीकृत, कृषि प्रणाली, मुर्गी पालन, बासमती धान, प्राकृतिक खेती आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु प्रशस्ति सम्मान पत्र के द्वारा सम्मानित किया। सांसद अनुराग शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि करोना काल में हिंदुस्तान के किसान भाइयों ने अहम भूमिका निभाई है। किसान ही देश की आन, वान, शान हैं। प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने के लिए पोषक अनाजों द्वारा स्वास्थ वृद्धि रागी लड्डू, जड़ी बूटियों, आॅवला, नेपियर घास तथा प्रदेश में सोलर पंप आदि की तकनीक को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। मेले की अध्यक्षता कर रहे कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय प्रथम बार मेले का आयोजन किया है। इस मेले से निश्चित ही किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण द्वारा खेती की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है उन्होंने समूह बनाकर किसान उत्पादक संघ के माध्यम से खेती करने की सलाह दी। अन्न, पोषक अनाजों, खरीफ प्याज, मकई, मूंगफली के अलावा अलसी खेती के द्वारा के बहुआयामी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है इस पर उन्होंने विस्तार वर्णन किया और इस दो दिवसीय कार्यक्रम में मंडल प्रशासन, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम को धन्यवाद दिया। इस कृषि मेले में कृषि मेला स्मारिका के साथ मधुमक्खी पालन की संभावनाएं पर बुलेटिन, कृषि जीवन मैगजीन, संपादित की गईं पुस्तकें – सूक्ष्म जीवाणु द्वारा भूमि सुधार, कृषि अर्थशास्त्र की अवधारणा पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डाॅ. हरिचन्द, डाॅ. डेविड चेला भास्कर, डाॅ. अनिल कुमार गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तकों का सभी अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया। सभी किसानों को कृषि प्रसार तकनीकी पुस्तक एवं बैग दिए गए। इस मेले में उद्यानिकी विभाग उत्तर प्रदेश एवं कृषि विवि के उद्यानिक महाविद्यालय के संयुक्त तत्त्वाधान में आकर्षक पुष्प एवं फल प्रदर्शनी लगाई गई। इस मेले में कुल 80 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए। इस पुष्प फल प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कृषि मंत्री ने प्रशंसा व्यक्त की। इनमें शैक्षणिक, अनुसंधान संस्थानों एवं गैर सरकारी एजेंसियों द्वारा भी आकर्षक तकनीकी स्टॉल लगाए गए जिससे किसानों को विभिन्न जानकारियां दी गईं। इस अवसर पर विवि के सभी अधिकारी, वैज्ञानिक, विभागाध्यक्ष, विवि के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सभी कर्मचारी सहित ग्रासलैंड, काफरी, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग झाँसी मण्डल के सभी अधिकारी उपस्थित रहे। मंच का संचालन डाॅ. अर्तिका सिंह एवं आभार कार्यक्रम संयोजक निदेशक प्रसार शिक्षा डाॅ. एस एस सिंह ने किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






