झांसी। उत्तर भारत के लीडिंग अस्पतालों में शामिल मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज, नई दिल्ली ने आज झांसी में हेमोटोलॉजी की एक डेडिकेटेड ओपीडी सेवा शुरू की है। ये ओपीडी सेवा कानपुर रोड स्थित शिवाजी नगर के मैक्स केयर स्पर्श सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपलब्ध रहेगी. हर महीने के तीसरे बुधवार को दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक विशेषज्ञ डॉक्टर ब्लड संबंधी समस्याओं से पीड़ित मरीजों को देखेंगे। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज में हेमोटोलॉजी ऑन्कोलॉजी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर निवेदिता ढींगरा की मौजूदगी में ये ओपीडी सेवा शुरू की गई।इस मौके पर डॉक्टर निवेदिता ढींगरा ने कहा की हेमेटोलॉजी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में हुई तरक्की से, बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) खून से जुड़ी दिक्कतों के लिए सबसे अच्छे और जीवन रक्षक इलाज के रूप में उभर रहा है. बोन मैरो हड्डियों के अंदर सॉफ्ट फैटी टिशू होता है जो रक्त कोशिकाओं में फैलता है. बीएमटी की प्रक्रिया को दो भागों में बांटा गया है- एलोजेनिक (टिशू मैच वाला कोई भी डोनर) और ऑटोलॉगस। आमतौर पर बीएमटी में डैमेज बोन मैरो को स्वस्थ बोन मैरो से रिप्लेस किया जाता है और इसमें सबसे बड़ी बाधा डोनर का मैच मिलना होता है. लेकिन हाल में हुए तकनीकी विकास से ये समस्या भी सॉल्व हो गई है और जिन लोगों को मैच डोनर की वजह से तुरंत बीएमटी नहीं करा पाते थे, उनका इंतजार भी अब खत्म हो गया है.” *डॉक्टर ढींगरा ने आगे कहा,*”हमारे देश में हर साल लाखों की संख्या में ब्लड कैंसर के मामले आते हैं और हर गुजरते साल के साथ ये बहुत ही आम होते जा रहे हैं. ये कैंसर जब जानलेवा बन जाता है और कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी जैसे इलाज भी फेल हो जाते हैं तो इस तरह के सभी मरीजों के लिए बीएमटी एक विकल्प बचता है।फिलहाल बीएमटी के दो तरह के इलाज उपलब्ध हैं जिन्हें ऑटोलॉगस और एलोजेनिक के नाम से जाना जाता है. एक तरह के ट्रांसप्लांट में मरीज का अपना स्टेम सेल इस्तेमाल किया जाता है और दूसरी प्रक्रिया में डोनर से स्टेम सेल्स लिए जाते हैं.”झांसी में हेमेटोलॉजी ओपीडी सेवा शुरू करके मैक्स अस्पताल पटपड़गंज ने मरीजों के प्रति अपनी सेवा को एक बार फिर दर्शाया है. इस ओपीडी से स्थानीय मरीजों के साथ आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श का अवसर मिलेगा और उन्हें एडवांस ट्रीटमेंट पाने का मौका मिलेगा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






