झांसी। केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा गरीब लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा सफेद चावल पर बड़े बड़े माफियाओं की नजर है। यह माफिया इस सफेद चावल का बड़ा काला कारोबार कर रहे है। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से सीमा से सटे मध्यप्रदेश में छुपाकर रखने के बाद हरियाणा, पंजाब और अहमदाबाद में हो रहा सफेद चावल का काला कारोबार। यही नहीं इस चावल को बड़े बड़े ट्रक में बोरो में छिपा कर ले जाया जाता है, ओर रोकटोक करने पर जो बिल दिखाए जाते है, वह रामभाग या कीमती चावल का होता है। सूत्रों के मुताबिक सरकारों द्वारा राशन विक्रेताओं के यहां से गरीबों को मिलने वाले सफेद चावल को माफियाओं द्वारा कालाबाजारी की जा रही है। बड़े बड़े माफियाओं का छोटे छोटे कारोबारियों से गठजोड़ होता है। यह छोटे छोटे कारोबारी दिन भर गली मोहल्लों में घूमकर फ्री राशन लेने वाले लोगों को चावल का बीस से बाइस रुपए में खरीदने का लालच देकर उनसे खरीद लेते है। फिर यह लोग शहर की चुनिंदा दुकानें दतिया गेट स्थित तीन दुकानें, मंडी रोड पर किसान बाजार के सामने, सीपरी बाजार पहुज़ नहर पास पेट्रोल पम्प के सामने बड़ागांव गेट बाहर, सुभाष गंज में कुछ व्यापारियों को बेचते है। यहां से सारा माल एकत्रित होकर झांसी के दो बड़े माफिया झांसी सीमा से सटे मध्यप्रदेश बॉर्डर के ओरछा इलाके में गोदाम में करोड़ों का माल एकत्रित कर लेते है। यहां से अंधेरा होते ही बड़े माफिया जो झांसी निवासी है, यह लोग बड़े बड़े ट्रकों में चावल को बोरों me बंद कर सील पैक करने के बाद पंजाब, हरियाणा, गुजरात आदि इलाकों में बड़ी बड़ी कम्पनियों में ऊंचे दामों में सप्लाई करते है। यह कंपनिया चावल का पॉप कोर्न, पापड़, आदि वस्तुएं बनाकर बेचती है। यही नहीं यह माफिया खरीदे गए इन चावलों को वापस सरकार को भी बिकवा देते है। सूत्र बताते है सीपरी बाजार पहुज़ नहर पेट्रोल पम्प के पास बने चावल की दुकान में तो कई बार गोदाम से डायरेक्ट माल उतार दिया जाता है। वही ओरछा गोदाम में जाने वाला माल मऊरानीपुर जाने वाले मार्ग तिराहे के पास लोडिंग गाड़ियों से भिजवाया जाता है। वही कुछ माल ग्वालियर रोड होते हुए दतिया और कुछ माल निवाड़ी, ओर चकरपुर भी भेजा जाता है। यह माफिया हर महीने सरकार का झांसी से करीब एक से डेढ़ करोड़ कीमत का माल बाहर सप्लाई कर देते है। इसमें कुछ विभाग और पुलिस कर्मी भी शामिल रहते है। जल्द ही माफिया के गोदाम में भरे पड़े करोड़ों कीमत के चावल का भी वीडियो वायरल होगा।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






