झांसी। रानी लश्मी बाई की जयंती के दिन केंद्र सरकार द्वारा टॉयलेट दिवस मनाए जाने का आदेश जारी करने से नाराज कांग्रेस पार्टी ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर टॉयलेट दिवस मनाए जाने वाले आदेश को निरस्त कर शोर्य दिवस घोषित किया जाए। लगातार रानी लक्ष्मी बाई ओर उसकी कर्मभूमि झांसी के साथ सरकार और अफसर अपमानित कर रहे यह रवैया ठीक नही। अगर यह अपमान नही रुका तो वह आंदोलन कर अपना खून भी बहाएंगे। बुधवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट को राज्यपाल के नाम सोपा। ज्ञापन में पूर्व मंत्री ने बताया की सरकारें लगातार बुंदेलखंड की वीर भूमि रानी लक्ष्मी बाई के नाम ओर उनकी कर्मभूमि झांसी के साथ लगातार खिलबाड़ कर अपमानित कर रहे है। उन्होंने कहा पहले सरकार ने झांसी स्टेशन का नाम बदल कर रख दिया। उसके बाद झांसी की गलत जनतीथी घोषित कर दी और अब 19 नंबर को जिस दिन झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की जयंती और इंद्र गांधी की जयंती है, उस दिन को सरकार टॉयलेट दिवस घोषित कर रही है। उन्होंने कहा की आखिर क्या हो गया है सरकारों हमेशा रानी लक्ष्मी बाई ओर झांसी का साथ अपमान क्यों कर रही है। उन्होंने कहा की सरकार द्वारा 19 नवंबर को टॉयलेट दिवस बनाए जाने का आदेश निरस्त कर 19 नवंबर को शोर्य दिवस घोषित किया जाए। वही पूर्व मंत्री ने कहा झांसी और रानी लक्ष्मी बाई का अपमान बर्दास्त नही किया जाएगा। अगर यह टॉयलेट दिवस का आदेश निरस्त नही किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे और रानी लक्ष्मी बाई ओर झांसी का अपमान होने से बचाने के लिए वह अपना खून भी बहा देंगे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






