झांसी। भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के गरौठा विधान सभा अध्यक्ष ने खुद अपने अपहरण की झूठी साजिश रची थी। खुद अपने ही मोबाइल से परिजनों को मेसेज भेजकर पांच लाख की फिरौती मांग की। इस पूरे नाटक के पीछे पत्नी से उसका विवाद चल रहा था जिस कारण उसने परिजनों को परेशान करने के लिए नाटकीय अपहरण की झूठी कहानी रचकर परेशान कर डाला। सूचना पर पुलिस एक्टिव हुई सर्विलांस की मदद से मोठ थाना पुलिस ने जिला बांदा उसे बरामद किया है।झांसी के मोठ थाना पुलिस ने आजाद समाज पार्टी के गरौठा विधान सभा अध्यक्ष के अपहरण किए जाने की सूचना परिजनों ने दी थी। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज करते हुए अपहृत की बरामदगी के लिए सर्विलांस टीम सहित कई टीमें बनाकर रवाना किया था। लेकिन जब पुलिस जांच में जुटी तो मामला कुछ और ही निकला। मोठ थाना प्रभारी सरिता सिंह ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के गरौठा विधान सभा अध्यक्ष निवासी कस्बा मोठ के बड़ापुरा धर्मेंद्र वाल्मीकि के पिता ने दोपहर पुलिस को सूचना दी थी कि हर रोज की तरह उनका बेटा सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकला था। काफी समय होने बाद भी वह घर वापस नहीं आया। उसके नंबर एक व्हाट्सएप कॉल आया। जिसमें उनसे कहा गया कि तुम्हारे बेटे को हमने अपहरण कर लिया है। जिसकी अगर सलामती चाहते हो तो पांच लाख रुपए का इंतजाम करो। किसी को जानकारी दी तो तुम्हारे बेटे के लिए अच्छा नहीं होगा। उच्चाधिकारियों के आदेश पर मामला दर्ज किया गया। कई टीम बनाकर रवाना की है। लेकिन सर्विलांस टीम को युवक के मोबाइल की लोकेशन बांदा जिले की मिली। वह जैसे लोकेशन ट्रेस करते हुए पहुंची। अपहृत युवक बरामद हुआ। युवक से पूछताछ पर उसने बताया कि उसकी पत्नी और परिजनों से उसका हर रोज किसी न किसी बात पर विवाद होता रहता है। जिस कारण उसने परिजनों को परेशान करने की नियत से अपने ही अपहरण की कहानी रची। और खुद ही अपने पिता से अपने ही अपहरण की 5 लाख फिरौती की मांग की। मोठ थाना प्रभारी निरीक्षक सरिता मिश्रा ने बताया कि युवक को बरामद कर झांसी लेकर आ रही है। इसके अलावा इस मामले में और भी जांच की जा रही है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






