झांसी। जमीन भूमि संबंधित विवाद को सही समय ओर सही तरीके से निस्तारण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा थाना समाधान दिवस ओर सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किए जा रहे है। इन समाधान दिवस में फरियाद सुनकर उनका निस्तारण करने के लिए अधिकारी संबंधित विभागों को निर्देश देते है। लेकिन उन निर्देशों का कितना पालन होता है, यह तो समाधान दिवसों में आने वाली फरियादियों की संख्या बताती है। एक ऐसा ही प्रकरण सामने आया जब एक फौजी अपने परिवार के साथ संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचा और उसने गुहार लगाते हुए बताया कि पिछोर में उसने एक जमीन ली थी। जिसका वह निर्माण कार्य करवा रहा ओर दाखिल ख़ारिज भी हो चुका। लेकिन एक व्यक्ति द्वारा उसी जमीन की रजिस्ट्री ओर दाखिल ख़ारिज दिखाकर पुलिस से उसका निर्माण कार्य रुकवा रहा है। समाधान दिवस में मौजूद अफसरों ने फौजी को उसकी समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए है। जानकारी के मुताबिक झांसी कैंट निवासी राहुल यादव ने संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र देते बताया कि वह फौज में शिमला पर बॉर्डर में तैनात है। वर्ष 2018 में उसने पिछोर में आराजी संख्या 6072/1 में एक जमीन खरीदी थी पंद्रह लाख रुपए में जिसका दाखिल खारिज भी हो चुका था। लेकिन वह अपनी ड्यूटी के चलते प्लाट पर निर्माण कार्य नहीं करवा पा रहा था। अभी वह एक माह की छुट्टी लेकर आया और जमीन पर मकान निर्माण कार्य करवा रहा था। तभी कुछ लोग पुलिस के साथ आए और उसी फर्जी कूट रचित दस्तावेज जमीन उसी आराजी संख्या की 2024 की रजिस्ट्री ओर दाखिल ख़ारिज दिखाकर उसका निर्माण कार्य रुकवा दिया। उसने आरोप लगाया कि जबकि रजिस्ट्री करने वाला 2020 में मर चुका फिर दूसरी रजिस्ट्री कैसे हुई ओर पुलिस उसका निर्माण कार्य क्यों रुकवा रही। पीड़ित की समस्या सुनने के बाद अधिकारियों ने उसकी समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करने का आश्वाशन दिया है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


