झांसी। वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी स्टेशन माफियाओं की पकड़ में है। जिम्मेदारों की मिली भगत से माफिया यहां आने जाने वाले रेल यात्रियों के साथ जमकर लूट खसोट तो करते ही है, उन्हे दूषित और प्रतिबंधित खाद्य सामग्री भी थमा देते है। देर रात होते ही कुछ खान पान स्टॉल पर तीन गुना दाम बढ़ा कर खाने की सामग्री खुले आम बेची जाती है। सूत्र बताते है ऐसा जो जिम्मेदार है उन्ही की मिली भगत से माफिया राज के हौसले बुलंद है और जमकर यात्रियों से लूट खसोट करते है।जानकारी के मुताबिक वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी रेलवे स्टेशन अधिकतर खान पान सामग्री पर अन्ना और दीक्षित जैसे माफियाओं का साम्राज्य बना हुआ है। यात्रियों को दूषित और प्रतिबंधित खान पान तो खुले आम बेचा ही जाता है। साथ ही कुछ स्टालों पर जैसे ही रात का समय होता है खाने पीने की सामग्री का दाम तीन गुना बढ़ा दिए जाते है। पूरी सब्जी पचास रुपए, पानी की बोतल बीस रुपए और दो समोसे पचास रुपए यही नहीं चाय भी पंद्रह रुपए से बीस रुपए की खुले आम बेचते है। आपको बता दे की स्टेशन पर माफिया अन्ना और दीक्षित के संरक्षण में स्टेशन पर दूषित प्रतिबंधित सामग्री और तीन गुना दामों के अलावा कई अवैध बैंडर भी कार्य करते है। इनका न तो कोई पुलिस वेरिफिकेशन है और न ही इन अवैध बैंडरों का कोई अता पता है। इन अवैध बैंडरों की आड़ में कोई बड़ा अपराध कर जाए तो जिम्मेदारी किसकी होगी, इन अवैध बैंडर के कार नामों से वैध बैंडर को काफी परेशानियां उठानी पड़ती है। सूत्र बताते है की यह सब नियम विरुद्ध कारोबार माफिया अन्ना और दीक्षित की देखरेख में चलता है और जीआरपी, आरपीएफ से लेकर रेल के कुछ जिम्मेदारों तक इनकी सेटिंग रहती है इसलिए कार्यवाही नही होती।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






