झांसी। विभूषित स्वामी देव नायकाचार्य ने 135 वर्ष की आयु अपने शरीर त्याग कर समाधि ले ली। स्वामी जी समाधि लेने के दौरान उनके भक्तों का जमाबड़ा लगा रहा। राहुल निबोरिया रामानुज आश्रम के शिष्य ने जानकारी देते हुए बताया की बुधवार को जनपद की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के इलाका जिला दतिया में स्थित रामानुज धाम आश्रम पर मंत्रोच्चारण विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ स्वामी देवा नायकाचार्य जी महाराज का रामानुज संप्रदाय की परंपरा अनुसार स्वामी जी के शिष्यों व सेवादारों ने सामूहिक रूप से दुग्ध दही जल इत्र से महज जी का अभिषेक कराया। संपूर्ण क्रिया नंदकिशोर दीक्षित ने वैदिक मंत्रोच्चारण द्वारा संपन्न कराई। अभिषेक के बाद महाराज जी की आरती हुई। हजारों की संख्या में रामानुज धाम आश्रम पहुंचे शिष्यों व श्रद्धालुओं ने नम आंखों से महाराज जी के अंतिम दर्शन कर पुष्पांजलि अर्पित कर अंतिम विदाई दी। इस अवसर पर रामसिया सरकार, धूमेश्वर महादेव मंदिर के संत, सहित स्वामी जी के अंतिम दर्शन करने को हजारों की संख्या में श्रद्धालु और भक्तगण मोजूद रहे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






